संदकफू में देखें बर्फ के बीच धरती के पांच उच्चतम पर्वत शिखर

प्रकृति जब अपनी अदाएं बिखेरती है तब वो किसी भी बंदिश को नहीं मानती। यही बात उन प्रेमियों पर भी लागू होती है जो नज़ारे लेने के लिए धरती और आकाश में कोई अंतर नहीं करते। यदि आप भी उनमे से एक हैं तब आप को बुला रहा है हिमालय। जो ऐसे ही कुदरती हुस्न से अटा पड़ा हुआ है| आज हम आपको बताते हैं संदकफू के बारे में जो पश्चिम बंगाल से सिक्किम तक पसरी सिंगालिला श्रंखलाओं की सबसे ऊंची पर्वत चोटी है।

संदकफू समुद्र तल से 3611 मीटर पर है। यहाँ से पर्यटक धरती के पांच उच्चतम पर्वत शिखर में से चार को एक साथ एक समय में देख सकते हैं। ये चार हैं, माउण्ट एवरेस्ट (8848 मीटर), कंचनजंघा (8585 मीटर), लाहोत्से (8516 मीटर) और मकालू (8463 मीटर)। यहाँ का सबसे बड़ा आकर्षण है सूरज की पहली लाल किरण वो इसलिए की जब पहली किरण इन बर्फीली चोटियों पर पड़ती है तब अलौकिक नज़ारा होता है| इसी को देखने के लिये सवेरे चार बजे से सैलानी हाड जमाती ठण्ड में भी जमे रहते हैं।

सिर्फ यही नहीं मनयभंजन से संदकफू आने तक प्रकृति आप के लिए अपनी बाहें खोले खड़ी नज़र आती है| ये पूरा का पूरा मार्ग भारत-नेपाल सीमा के साथ चलता है| पूरे रास्ते आप नेपाल व भारत दोनों देशो की सीमओं को लांघते हैं|

पूरा रास्ता आपको किसी परी कथा सरीखा लगेगा| दूर- दूर तक फैली हरियाली सीना ताने खड़े पर्वत शिखर मखमली सड़क एलिस इन वंडरलैंड सरीखी ही है, यहाँ के लोग म्रदुभाषी व सीधे-साधे है जोकि अपनी संस्कृति धर्म से जुड़े है। पूरे इलाके में फैले गोम्पा व बौद्ध मठ इसके गवाह हैं।

मनयभंजन से आगे चलने पर चित्रे, तुंबलिंग, कालापोखरी, संदकफू, तक आपको शेरपाओं के लॉज आसानी से मिल जायेंगे जहां कम मूल्य पर ठहरने की जगह और घर जैसा खाना मिलेगा।

आप जब भी यहाँ आये एक बार तुम्बा [देसी बीयर] ज़रूर पिये। सुखाया गया पनीर जो याक के दूध से बनाया जाता है उसे चखे बिना तो आप रह ही नहीं सकते। इसके साथ थुप्पा और नेपाली मोमो ऐसा जो आपकी भूख और बढ़ा देगा।

कैसे पहुंचें

आपका वास्तविक सफ़र आरंभ होगा मनयभंजन से। मनयभंजन तक पहुँचने के लिए दो सड़क मार्ग हैं| पहला सीधा जलपाईगुडी से, इस रास्ते पर न्यू जलपाईगुडी से मनयभंजन की दूरी नब्बे किमी. है। दूसरा है, न्यू जलपाईगुडी से घूम शहर जो दार्जीलिंग से नौ किमी. पहले है। घूम से मनयभंजन का सफर सिर्फ एक घण्टे का है। साधन के तौर पर जीप है। न्यू जलपाईगुडी या दार्जीलिंग से पूरी जीप भी बुक कराई जा सकती है|

कब जाएँ-

संदकफू इलाका सिंगालिला राष्ट्रीय पार्क के अंतर्गत आता है। 15 जून से 15 सितम्बर तक यह पार्क पर्यटकों के लिये बन्द रहता है। मई और जून में मौसम में गुलाबी ठंडक रहती है। इसके बाद ठण्डक अपना असर दिखाती है। यहां जमकर बर्फ गिरती है, जिसका मजा लिया जा सकता है। 

मनयभंजन से आपको गाइड मिल जायेंगे जो एक दिन का 250 से 300 रूपया लेते हैं|

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