आखिर क्यों लगाते हैं वर-वधू को हल्दी

आजकल विवाह विवाह का दौर चल रहा है, इसमें कई रस्में निभाई जाती है इन कई रस्मों एक रस्म होती है हल्दी लगाने की। शादी के अवसर पर हल्दी दूल्हा और दुल्हन दोनों को लगाई जाती है।

हल्दी को लेकर लोगों का मानना होता है कि यह एक एक आवश्यक परंपरा है इसलिए इसका निर्वाह किया जाना अनिवार्य है। शास्त्रों के अनुसार हल्दी का उपयोग सभी प्रकार के पूजन-कार्य में आवश्यक रूप से किया जाता है। इसके बिना कई पूजन पूर्ण नहीं माने जाते हैं। इसी वजह से पूजन सामग्री में हल्दी का महत्वपूर्ण स्थान है। हल्दी की पवित्रता के कारण ही वर-वधू के शरीर पर इसका लेप लगाया जाता है ताकि ये दोनों शास्त्रों के अनुसार पूरी तरह पवित्र हो सके।

स्वास्थ्य की द्रष्टि से हल्दी एक औषधि है। हल्दी हमारी त्वचा के लिए तो वरदान की तरह है। हल्दी लगाने से त्वचा संबंधी अनेक बीमारियां दूर हो जाती है। विवाह पूर्व वर-वधु के शरीर पर हल्दी का लेप लगाया जाता है ताकि यदि इन्हें को त्वचा संबंधी रोग हो, इंफेक्शन हो या अन्य कोई बीमारी हो तो उसका उपचार हो सके। हल्दी लगाने से त्वचा पर जमी हुई धूल आदि भी शत-प्रतिशत साफ हो जाती है। जिससे त्वचा में चमक बढ़ जाती है। चेहरे पर आकर्षण बढ़ जाता है। त्वचा की खुश्की दूर होती है, त्वचा में चमक पैदा होती है। त्वचा संबंधी कई इंफेक्शन मात्र हल्दी लगाने से ठीक हो जाते हैं।

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