मृत व्यक्ति के क्यों फेंक दिए जाते हैं कपड़े व बिस्तर

भारत मान्यताओं और परम्पराओं का देश है| यहाँ तमाम तरह की परम्पराएँ है इन परम्पराओं में एक परम्परा यह है कि किसी परिवार के सदस्य या संबंधी की मौत हो जाने पर उसके कपड़े व बिस्तर फेंक दिए जाते है| क्या आपको पता है कि आखिर क्यों ऐसा किया जाता है| अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं|

आपको बता दें कि हमारी कोई भी परंपरा अंधविश्वास नहीं है। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, हर परंपरा के पीछे कोई न कोई धार्मिक और वैज्ञानिक कारण जुड़े होते है| शास्त्रों के अनुसार किसी घर में मौत होती है तो उस घर में बारह दिन का सुतक रहता है और बारह दिन तक घर में पूजा-पाठ भी नहीं किया जाता है| उसके बाद सुतक निकाला जाता है और उसके बिस्तर भी दान कर दिए जाते हैं उस व्यक्ति के बिस्तर जिस पर उसकी मृत्यु होती है। घर में नहीं रखे जाते हैं क्योंकि मृत व्यक्ति के बिस्तर रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी होता है।

वहीँ, कपड़ा व बिस्तर फेंकने का वैज्ञानिक कारण यह है कि मृत व्यक्ति के शरीर में जो सूक्ष्मजीव होते हैं वे उसके बिस्तर पर भी होते हैं।

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