हरियाणा का मोरनी हिल्स, जहाँ हवा में कलरव करते पक्षियों का संगीत गूंजता है

जब भी हम कभी किसी हिल्स स्टेशन पर जाने की सोचतें हैं तब हमें याद आता है धरती का स्वर्ग कश्मीर, उत्तराखंड की मनोरम वादियाँ या फिर हिमांचल की को गोद में में समाये अद्भुत स्थल लेकिन आज हम आपको एक और मनोरम स्थल के बारे में बतायेंगे जिसके बारे में सुनने के बाद आपका मन एक बार को जरुर मचलेगा कि एक बार तो घूम ही आयें। वो हरियाणा का एक मात्र हिल स्टेशन मोरनी,जो पिकनिक और सभी वर्ष के आसपास छोटी यात्राओं के लिए एक आदर्श स्थान है।

मोरनी हिल्स पहाड़ी पटरियों, वन और देवदार के पेड़, सुरम्य स्थान के साथ मोरनी हिल्स चंडीगढ़ से होते हुए (45 किलोमीटर) दूर पंचकुला जिले में स्थित है। मोरनी के गांव 1220 मीटर या समुद्र तल से 3600 फीट की ऊंचाई पर, पहाड़ी पर स्थित है। शिवालिक रेंज के निचले इलाकों में स्थित मोरनी, पक्षियों को देखने के लिए अपनी ठंडी जलवायु, सुंदर प्राकृतिक खा़का और असंख्य अवसरों के साथ एक छुट्टी के लिए आदर्श है।

मोरनी हिल्स में बड़ों के लिए बोटिंग और पैरा सेलिंग तो बच्चों के लिए ढ़ेर सारे खेल हैं। यहां मौजूद हिल्स एन थ्रिल्स पार्क में रोमांचित और रोंगटे खड़े कर देने वाली है। यहाँ एक से बढ़ कर एक चीजें हैं। एक तरफ ट्रैकिंग के लिए साफ-सुथरे और चलने के लिए उत्साहित करते रहने वाले ट्रैक हैं तो दूसरी तरफ प्रकृति प्रेमियों के लिए टिक्कर ताल किनारे बैठ कर पहाड़ और उसके ऊपर अक्सर छा जाने वाले बादलों की खूबसूरती भी है।

मोरनी वनस्पतियों और जीव का एक आकर्षक रेंज है| पाइंस ताज नीम, ओक, पीपल, जामुन, अमलतास के पेड़ों ने किनारे-किनारे से पेड़ों ने टीलों और ढलानों को कवर किया है| फूल के पेड़ बौर, पहाड़ी रंग से अटा पड़ा हैं, ये सब इतना मनोरम लगता है कि बस निहारते रहों पलक तक झपकने का मन नहीं करता। मोरनी बटेर, रेत शिकायत और आम कबूतर के साथ ही गीदड़, हाइना,सांभर और यहां तक ​​कि एक जंगली बिल्ली या दो तरह के जानवरों की तरह पक्षियों के अपने बहुतायत आबादी के साथ वन्य जीवन के प्रति उत्साही और पक्षियों को पसंद करने वालों के लिए मानो यह किसी स्वर्ग से कम नहीं।

पंचकुला से यात्रा शुरू करते हैं। हर रोज यहाँ के बस अड्डे से मोरनी के लिए दोपहर 2 बजे तक नियमित बसें जाती हैं और शाम तक मोरनी गांव से पंचकुला लौटती हैं, लेकिन टैक्सी आदि चंडीगढ़ से भी ली जा सकती है। अपनी या रिजर्व गाड़ी है तो फिर पूछने ही क्या । पिंजौंर गार्डन के पास से मोरनी हिल्स के लिए रास्ता अलग हो जाता है जो आपको मोरनी हिल्स के एक छोटे से मोरनी गांव में ले जाता है।

यहां तक सीढ़ी चढ़ाई के बाद आपको बिलकुल थकान नहीं लगेगी इतना अद्भुत रास्ता है कि बस ये आपको अपनी तरफ खीचता ही जायेगा। यहां से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर ही आपको आपकी मंजिल यानी एडवेंचर पार्क पुकार रहा होगा। ढ़लान पर उतरते हुए शुरू हो जाएगा नजरों के सामने चारों तरफ दूर-दूर तक फैले हरे-भरे पहाड़ों का नजारा। चीड़, नीम, पीपल, जामुन, अमलतास आदि के पेड़, उन पर कलरव करते पक्षियों का संगीत और संगीत को और मनमोहक बनाती ठंडी-ठंडी हवा। पतले रास्ते के एक तरफ खड़े ऊंचे पहाड़ और दूसरी तरफ पसरी खाई के बीच यात्रा करते हुए आप रोमांचित होते हुए आगे बढ़ते जाते हैं।


वहां की शिवालिक की पहाड़ी के पास स्थित मोरनी हिल्स जैसे लगता है कि यह स्थान पहाड़ियों की चरणों में अपना शीश झुकाए हुए है। ये झूमती मचलती, गुनगुनाती पहाड़ी हवाएं इंसान के मन को गुदगुदाए बगैर नहीं रहती। अगर अप यह सोच के जाते हैं कि घूम के तुरंत लौट आये तो आप ऐसा कर नहीं सकते। जब भी जाएंगे तो मन कम से कम एक दो रात यहां ठहरने को मचलने लगेगा।

यहाँ गांव के लोग शहरी सभ्यता से दूर सीधी साधी जिंदगी व्यतीत करते दिखाई देंगें। छोटे-छोटे खेतों में काम करते मजदूर दिखाई देंगे। एच एंड जे (होश एंड जोश) यानी हिल्स एन थ्रिल्स में तो आप कई-कई घंटे पूरे परिवार के साथ बिता सकते हैं। इसके अंदर तरह-तरह के खेल तो हैं ही, घग्गर नदी के किनारे के अलावा एक ट्रैकिंग रूट भी है और पास ही में एक डरावना घर भी।

दिल्ली से लगभग 290 किमी की दूरी पर स्थित इस पार्क के पास ताल के किनारे खाने-पीने के लिए एक शानदार रेस्तरां भी है। पास ही में हरियाणा टूरिज्म का माउंटेन क्वैल टूरिस्ट रिजॉर्ट भी है, जो आपके बजट में ही है। आप चाहे तो यहां ताल के किनारे कैंपिंग भी कर सकते हैं। ऐसे टेंटेड एकोमोडेशन को एंजॉय करने के लिए आप हरियाणा टूरिज्म से पैकेज तैयार करवा सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपके ग्रुप में कम से कम 15 लोग शामिल हों।

कैसे पहुंचें

हवाई मार्ग से: नजदीकी हवाई अड्डा चंडीगढ़ सिर्फ 38 किलोमीटर की दूरी पर है। दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए दिन भर में अनेक उड़ानें हैं।

रेल मार्ग से : रेलवे स्टेशन चंडीगढ़ सिर्फ 35 किलोमीटर की दूरी पर है। दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए कई गाड़ियाँ चलतीं हैं।

सड़क मार्ग से : पंचकुला से मोरनी गांव तक बस या अपनी टैक्सी से पहुंचा जा सकता है। पंचकुला बस अड्डे से मोरनी गांव की दूरी लगभग 30 किलोमीटर है। मोरनी गांव से टैक्सी, ऑटो आदि से एडवेंचर पार्क तक की 6 किलोमीटर की दूरी तय की जा सकती है।

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