राजस्थान के चोमू में स्थित 300 सालों से भी पुराना महल फिल्म निर्माताओं
के लिए पसंदीदा बन गया है। 'भूलभुलैया' में विद्या बालन और 'बोल बच्चन' में
अभिषेक बच्चन ने इसी चोमू किले में शूटिंग की थी, और अब यह किला हेरिटेज
होटल में तब्दील हो चुका है।
चोमू महल के महाप्रबंधक शुभाशीष बनर्जी ने बताया, "चोमू महल का इतिहास 300 साल से भी पुराना है और अब बॉलीवुड यहां शूटिंग के लिए लालायित है।" उन्होंने कहा कि 'भूलभुलैया' और 'बोल बच्चन' दोनों ही काफी सफल हुई थी। बनर्जी ने बताया, "यहां 'डर्टी पॉलिटिक्स' फिल्म की शूटिंग भी हुई है जो इसी साल प्रदर्शित होने वाली है।"
उन्होंने बताया कि यहां 'लोफर', 'गुलाल' और 'क्वीन्स (द डेस्टिनी ऑफ डांस)' जैसी फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। 1598 में करण सिंह ने इसका निर्माण कार्य शुरू कराया था। बनर्जी ने बताया कि फिल्मों के अलावा यहां टीवी धारावाहिकों की शूटिंग भी हुई है। उन्होंने कहा, "यहां पर 'रतन का स्वयंवर' और 'झांसी की रानी' जैसे धारावाहिकों की शूटिंग भी हुई है।"
लेकिन अब एक साल तक इसमें शूटिंग नहीं हो पाएगी। बनर्जी ने बताया, "बॉलीवुड हमसे शूटिंग के लिए होटल किराए पर देने का निवेदन कर रहा है, लेकिन हम उन्हें ऑफ सीजन में ही होटल दे सकते हैं।" पुराने दिनों में यह किला सेना प्रमुखों का निवास स्थान रहा है। करण सिंह के बाद उनके बड़े बेटे सुख सिंह राजा बने और किले और महल के बाकी हिस्से का निर्माण कराया। महल में खूबसूरती से बनाए गए कमरे राज्य की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। इसके बड़े बरामदों में से एक को 'भूलभुलैया' में दिखाया गया था।
चोमू महल के महाप्रबंधक शुभाशीष बनर्जी ने बताया, "चोमू महल का इतिहास 300 साल से भी पुराना है और अब बॉलीवुड यहां शूटिंग के लिए लालायित है।" उन्होंने कहा कि 'भूलभुलैया' और 'बोल बच्चन' दोनों ही काफी सफल हुई थी। बनर्जी ने बताया, "यहां 'डर्टी पॉलिटिक्स' फिल्म की शूटिंग भी हुई है जो इसी साल प्रदर्शित होने वाली है।"
उन्होंने बताया कि यहां 'लोफर', 'गुलाल' और 'क्वीन्स (द डेस्टिनी ऑफ डांस)' जैसी फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। 1598 में करण सिंह ने इसका निर्माण कार्य शुरू कराया था। बनर्जी ने बताया कि फिल्मों के अलावा यहां टीवी धारावाहिकों की शूटिंग भी हुई है। उन्होंने कहा, "यहां पर 'रतन का स्वयंवर' और 'झांसी की रानी' जैसे धारावाहिकों की शूटिंग भी हुई है।"
लेकिन अब एक साल तक इसमें शूटिंग नहीं हो पाएगी। बनर्जी ने बताया, "बॉलीवुड हमसे शूटिंग के लिए होटल किराए पर देने का निवेदन कर रहा है, लेकिन हम उन्हें ऑफ सीजन में ही होटल दे सकते हैं।" पुराने दिनों में यह किला सेना प्रमुखों का निवास स्थान रहा है। करण सिंह के बाद उनके बड़े बेटे सुख सिंह राजा बने और किले और महल के बाकी हिस्से का निर्माण कराया। महल में खूबसूरती से बनाए गए कमरे राज्य की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। इसके बड़े बरामदों में से एक को 'भूलभुलैया' में दिखाया गया था।
महल की अधिकतर कलाकृतियां बरकरार हैं, जो शाहीपन का एहसास कराती हैं।
उदाहरण के लिए होटल का महाराजा कमरा, इसकी चांदी की चारपाई और खूबसूरती और
चांदी के नक्काशीदार फर्नीचर इसे भव्य और वैभवशाली बनाते हैं। महल की
नक्काशीदार दीवारें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। ये फिल्मों के लिए एक दम
सही पृष्ठभूमि हैं। किले की वीरता की कहानियां अब इतिहास के पन्नों में
हैं लेकिन किला अब बॉलीवुड को अपनी ओर आकर्षिक कर रहा है। यह खूबसूरत और
शाही महल अगर फिल्मों में देखना आपके लिए काफी नहीं है तो महल में आइए और
शाही शान-ओ-शौकत का आनंद उठाइए।
कैसे जाएं : चोमू राजस्थान की राजधानी जयपुर से सिर्फ 30 किलोमीटर की दूरी पर है। हवाई मार्ग से दिल्ली से जयपुर का रास्ता मात्र आधा घंटे का है।
महल के कमरों के किराए 6,000 रुपये प्रति दिन से शुरू हैं।
कैसे जाएं : चोमू राजस्थान की राजधानी जयपुर से सिर्फ 30 किलोमीटर की दूरी पर है। हवाई मार्ग से दिल्ली से जयपुर का रास्ता मात्र आधा घंटे का है।
महल के कमरों के किराए 6,000 रुपये प्रति दिन से शुरू हैं।
www.pardaphash.com
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