बाराबंकी| नौकरी का झांसा देकर किशोरी का यौन शोषण करने वाले आरोपी सीओ मुसाफिरखाना विपुल कुमार श्रीवास्तव का तबादला अपराध साखा अपराध अनुसंधान विभाग (सीबीसीआइडी) लखनऊ के लिए कर दिया गया। इसके अलावा पीड़िता को धमकाने में कोतवाली प्रभारी मुसाफिरखाना मनोज तिवारी व सिपाही अरुण तिवारी को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं, दूसरी ओर किशोरी की मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट आ गई है, जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
वहीं इस मामले को लेकर पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि सीओ विपुल कुमार श्रीवास्तव ने इस मामले को दबाने के लिए उन्हें एक सिपाही के माध्यम से दो लाख रुपये देने की पेशकश की थी जिसे उसने ठुकरा दिया था। उसके बाद मुसाफिरखाना कोतवाली प्रभारी मनोज तिवारी ने सुलह को पीड़िता के पिता को फर्जी मुकदमे में फंसा जेल भेजने, जान से मारने की धमकी दी थी।
वहीँ पुलिस सूत्रों से खबर मिल रही है कि मुसाफिरखाना एसओ मनोज तिवारी के स्थान पर एसपी हीरालाल ने जायस कोतवाली के एसआई जेपी चौबे को मुसाफिरखाना कोतवाली का प्रभार सौंपा है। वहीं कमरौली एसओ एसके यादव को मोहनगंज थाने की कमान दी गई है। जगदीशपुर के एसआई एपी तिवारी को कमरौली का एसओ बनाया गया है।
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