प्रथम शाही स्नान के साथ सिंहस्थ कुंभ शुरू, बिखरे धर्म-संस्कृति के रंग

उज्जैन: इस शताब्दी के दूसरे सिंहस्थ कुंभ के लिए मध्यप्रदेश की धार्मिक नगर उज्जैन पूरी तरह तैयार है। हर तरफ धर्म और संस्कृति के रंग बिखरे पड़े हैं। यहां पहुंचीं साधु-संतों से लेकर श्रद्धालुओं की टोलियां तक हर किसी का मोह रही हैं। शुक्रवार (22 अप्रैल) को पहले शाही स्नान के साथ कुंभ मेले की शुरुआत होगी। मोक्षदायनी क्षिप्रा नदी के तट पर आयोजित सिंहस्थ कुंभ 22 अप्रैल से शुरु होकर 21 मई तक चलेगा। इसकी औपचारिक शुरुआत से पहले 13 अखाड़ों की पेशवाई निकल चुकी है।

आयोजन को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विकास कार्यो पर तीन हजार करोड़ रुपये से ज्यादा राशि खर्च की जा चुकी है। यहां अपने वाले साधु-संतों के अलावा श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीते दो माह से औसतन हर चौथे दिन उज्जैन पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।  उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

सिंहस्थ मेला क्षेत्र का नजारा ही धर्म और संस्कृति का संदेश देता नजर आता है। यहां लगभग तीन हजार हेक्टेयर क्षेत्र में चार हजार से ज्यादा साधु-संतों के पंडाल नजर आते हैं। साथ धर्म-ध्वजाएं इस नजारे को और आकर्षक बना देती हैं। राज्य सरकार का अनुमान है कि इस आयेाजन में लगभग पांच करोड़ श्रद्धालु आ सकते हैं। श्रद्धालुओं की इस संख्या को ध्यान में रखकर ही सरकार ने खास इंतजाम किए हैं, विभिन्न पुलों के निर्माण के साथ अस्पताल, भवन, सड़कों का निर्माण कराया है।

राज्य सरकार ने उज्जैन आने वाली बसों के किराए में 25 प्रतिशत की छूट का प्रावधान किया है, वहीं इंदौर-उज्जैन के बीच विशेष बसें चलाई जा रही हैं। रेलवे ने भी कुंभ मेले के लिए विशेष गाड़ियां और एयर इंडिया ने दिल्ली-इंदौर के बीच विशेष उड़ान शुरू करने का ऐलान किया है। सिंहस्थ कुंभ में शुक्रवार को शाही स्नान में सभी 13 अखाड़ों के साधु-संत क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाएंगे। इसमें शैव संप्रदाय के सात अखाड़े दत्त अखाड़ा घाट पर डुबकी लगाएंगे, वहीं रामघाट पर वैष्णव संप्रदाय के तीन अखाड़े और तीन उदासीन अखाड़े के साधु-संत स्नान करेंगे।

उज्जैन के पुलिस महानिरीक्षक मधु कुमार के मुताबिक, सुरक्षा के मद्देनजर मेला क्षेत्र और क्षिप्रा के घाटों पर विभिन्न सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। 22 हजार से अधिक पुलिस जवान तैनात रहेंगे।

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