यदि आप कहीं शादी विवाह में जाते होंगे तो आपने देखा होगा कि द्वारचार के समय दुल्हन व वधु पक्ष के लोग चावल फेंकते हैं। क्या आपको पता है कि आखिर क्यों लोग चावल फेंकते हैं?
शादी, कई सारे रीति-रिवाजों के साथ की जाती है। ऐसा नहीं कि ये सब सिर्फ भारत में ही होता है बल्कि अन्य देशों में भी कई सारी रस्में होती हैं। लेकिन बहुत सारी रस्में सिर्फ निभा लेते हैं और उनके पीछे के तर्क को नहीं जानते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि शादी के दौरान चावल फेंकने की रस्म को क्यूं निभाया जाता है। क्या इसका कोई वैज्ञानिक कारण है या ये सिर्फ एक रीति ही है।
रोम में यह बहुत ही पुरानी रीति है। यह दर्शाता है कि नवविवाहितों के जीवन में खुशियां आएं और वो हमेशा सम्पन्न रहें। वर और वधू को संतान की प्राप्ति हो और उनका भाग्य हमेशा उनका साथ दे। भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी चावल को फेंकने की रस्म को निभाया जाता है। मानते हैं कि इससे परिवार में सुख-समृद्धि आती है। भारत में चावल को हल्दी के साथ फेंका जाता है या वधू की झोली में डाला जाता है। मानते हैं कि इससे जीवन में समृद्धि आती है।
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