किसी लड़के या लडकी के नामकरण से व्यक्ति के व्यक्तित्व पर क्या असर पड़ता है। आपको पता है कि किसी व्यक्ति के जीवन में अक्षरों का क्या प्रभाव पड़ता है| आज आपको "बी' अक्षर वाले व्यक्तियों के बारे में बताते हैं |
अगर किसी लड़की या लड़के का नाम अंग्रेजी के " बी" अक्षर से शुऱू होता है तो ऐसे व्यक्ति काफी संवेदनशील और रोमांटिक होते है, इन पर छोटी-छोटी बातें काफी असर डालती हैं, इन्हें मनाना काफी आसान होता है। बी अक्षर वाले व्यक्ति सेक्स लाइफ पर काफी भरोसा करते हैं इसलिए अक्सर इस नाम के व्यक्ति प्रेम विवाह करते हैं। ये सौंदर्य प्रेमी, प्रकृति से स्नेह रखने वाले होते हैं।
इनके लिए पैसा भी काफी महत्वपूर्ण होता है। ये लेन-देन भी बहुत करते हैं। ये आमतौर पर हिम्मती होते हैं। इसलिए अक्सर इस नाम के लोग सेना या दूसरे जोखिम भरे क्षेत्र में अपना करियर बनाते हैं। इन्हें अपनी मेहनत पर भरोसा होता है। और आम तौर पर इस नाम के लोग धनवान भी होते है।
इनके बड़बोले पन के कारण इन्हें घमंडी होने की संज्ञा मिल जाती है। इसलिए इनके दोस्त बहुत ज्यादा नहीं होते है लेकिन जो होते हैं वो काफी पक्के और गहरे होते है
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रविवार को जन्म लेने वाले व्यक्ति अपने आकर्षण के कारण दूसरे लोगों को शीघ्र ही अपनी ओर आकर्षित कर लेते है। ये उग्र प्रवत्ति के होते हैं, और जल्दी ही क्रोधित हो जाते हैं परन्तु समय की नजाकत को देखते हुए जल्द ही शालीन भी हो जाते है। इन पर सूर्य ग्रह का विशेष प्रभाव होता है। रविवार के दिन सूर्य अपनी पूर्ण सत्ता से अन्य सभी ग्रहों पर अपना प्रभाव बनायें रखता है। सूर्य के समीप जो भी ग्रह आते है उनका प्रभाव क्षीण हो जाता है।
रविवार को जन्म लेने वाले पुरुषों का स्वाभाव :-
सूर्य सिंह राशि का स्वामी है। सिंह का अर्थ होता है शेर और शेर को स्वतन्त्रता प्रिय होती है। अतः इस दिन जन्में व्यक्ति किसी की अधीनता में कार्य करना पसन्द नहीं करते। इनकी इच्छा शक्ति और सकंल्प शक्ति बहुत अधिक होती है। ऐसे लोग कुशल प्रशासक, कुशल संचालक, कुशल प्रबंधक, समाज सेवी तथा राजनीति में कुशल राजनेता बनते है। यदि इन व्यक्तियों को नेतृत्व का कार्य सौप दिया जाय तो किसी भी क्षेत्र में बेहतर परिणाम देते हैं।
रविवार को जन्म लेने वाली स्त्रियों का स्वाभाव-
रविवार को जन्म लेने वाली स्त्रियों का वैवाहिक जीवन सुखमय व्यतीत होता है। अच्छे कामों के लिए वह अपने पति की किसी भी हद तक पूरा सहयोग करती हैं लेकिन गलत कार्यों के लिए नफरत करने वाली होती है | इनका मुख सूर्य के समान प्रभावशाली तथा सुन्दरता लिये होता है। इनका चेहरा गोल, आंखें बड़ी-बड़ी होती है। कभी आसक्ति में आकर जल्दी शादी करने की गल्ती कर बैठती है जिससे इनकों बाद में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ये बाहर से जितनी कठोर दिखती हैं , अन्दर से उतनी ही उदार भी होती हैं।
स्वास्थ्य- रविवार को जन्मे व्यक्तियों को वैसे तो कम बीमारियां होती है परन्तु यदि हो जाये तो उनका इलाज लम्बे समय तक चलता है। इन्हे ह्रदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, गठिया, तथा नेत्र रोग भी समय-समय पर परेशान करते रहते हैं।
शुभ दिन- सोमवार, शुक्रवार और रविवार इनके लिये विशेष शुभ रहेंगे।
शुभ माह - 21 जुलाई से 20 अगस्त। 21 नवम्बर से 20 दिसम्बर। 21 मार्च से 20 अप्रैल आपके लिए अनुकूल रहेंगे|
शुभ रत्न- इस दिन जन्में व्यक्तियों को माणिक्य रत्न सोने या तांबे की अंगुठी में अनामिका अंगुली में रविवार को प्रातःकाल धारण करना चाहिए। ये लोग लाल हकीक भी धारण कर सकते हैं।
इष्ट देव और मन्त्र- इनके इष्ट देवता सूर्य भगवान होते है। अतः इन्हे सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए। प्रातः काल सूर्य देव को जल देते समय इस मन्त्र का - ऊँ हीं हीं सूर्याय नमः मंत्र का प्रतिदिन जाप करना चाहिए।
किसी लड़के या लडकी के नामकरण से व्यक्ति के व्यक्तित्व पर क्या असर पड़ता है। आपको पता है कि किसी व्यक्ति के जीवन में अक्षरों का क्या प्रभाव पड़ता है| आज आपको "ए' अक्षर वाले व्यक्तियों के बारे में बताते हैं |
अगर किसी लड़की या लड़के का नाम अंग्रेजी के ए अक्षर से शुऱू होता है तो ऐसे व्यक्ति प्यार और रिश्तों का काफी महत्व देते हैं लेकिन बहुत ज्यादा रोमांटिक नहीं होते हैं। ए अक्षर वाले सुंदरता को काफी पसंद करते है और खुद भी बहुत सुन्दर और सेक्सी होते है। इनकी एक खासियत होती है ये अपनी बात सबसे नहीं कहते हैं। इनके जीवन में हर चीज देर से हासिल होती है| लेकिन जब भी सफलता मिलती है तो वो सफलता की चरम सीमा होती है। जीवन संघर्ष से भरा होता है लेकिन ये मंजिल को पा ही लेते हैं।
ये मोहक और सबको साथ लेकर चलने वाले होते है। ये धोखेबाज बिलकुल नहीं होते है और ना ही ये धोखेबाजी को पसंद करते हैं। "ए" अक्षर के नाम वाले व्यक्ति मौके की नजाकत को समझने वाले और हालात के हिसाब से फैसले लेने के कारण ये हर दिल अजीज होते हैं। लेकिन इनमे एक दोष होता है ये क्रोधी स्वभाव के होते हैं।
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अगर आप अपने घर में रखे एक्वेरियम को सजावट का साधन मात्र मानते है तो यह गलत है क्योंकि यह एक्वेरियम सजावट के साथ- साथ आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाने में भी सहयोग करता है। मछलियो के बारे में प्राचीन काल से ही विदीत है कि यह लक्ष्मी लाती हैं और इन्हे पालने वालों को धन की प्राप्ती होती है। इसी आधार पर प्राचीन काल से राजा महाराजा अपने किले में एक छोटा सा तालाब बनवाते थे और उसमे मछलियां पालते थे।
आज हम आपको बताते है कि एक्वेरियम किस तरह से आपके जीवन में धन, वैभव, सुख, समृद्धि लाता है। एक्वेरियम पारिवार में प्रेमपूर्ण माहौल बनाए रखता है, परिवार में कलह आदि होने से बचाता है। एक्वेरियम में मछलियों का जल में विचरण करना, आपके विकास के मार्ग प्रसस्त करता है।यही नहीं अगर परिवार के उपर कोई विपत्ति आने वाली होती है तो मछलियाँ अपने ऊपर ले लेती हैं और एक्वेरियम में रखी किसी मछली की अकस्मात मौत हो जाती है। अगर आप जहाँ काम करते हैं वहां एक्वेरियम को रखते हैं तो आप में सदैव नयी उर्जा भरता रहेगा| एक्वेरियम मानसिक संतुष्टी, और दिमाग में नये और अच्छे विचार लाता है।
एक्वेरियम किस दिशा में रखें, किस दिशा में न रखें :-
वास्तुशास्त्र के अनुसार एक्वेरियम को सदैव घर के उत्तर-पूर्व के कोने में रखें, कभी भी कमरे के मध्य या कमरे के बीच के टेबल आदि पर न रखें। एक्वेरियम को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। रात में कमरे की बत्ती बन्द करने के बाद भी एक्वेरियम की लाईट जलती रहनी चाहिए। इससे घर में किसी तरह बुरी रूहे या गलत ताकते या प्रेत आत्माएं प्रवेश नहीं कर सकती है।
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शनिवार को जन्म लेने वाले व्यक्तियों का स्वाभाव संकोची अनुशासन प्रिय व यथार्थवादी होता है | इस दिन जन्में व्यक्ति आलसी व लापरवाह प्रवत्ति के होते हैं | इनके वैवाहिक व पारिवारिक जीवन में काफी उतार -चढ़ाव वाली स्थिति बनी रहेगी क्योंकि इनके जीवन व व्यक्तित्व पर शनि ग्रह का विशेष प्रभाव रहता है। शनि एक सौम्य,अनुशासनशील व धीमी गति का ग्रह है जो एक राशि में लगभग 2 वर्ष 6 माह तक रहता है।
शनिवार को जन्म लेने वाले पुरुषों का स्वाभाव :-
- इस दिन जन्में व्यक्ति आलसी व संकोची होते हैं, ये व्यक्ति किसी भी कार्य को करने की सुन्दर योजना बनायेंगे परन्तु उन योजनाओं के अनुरूप आप कार्य नहीं कर पायेंगे, इसलिए संकोच व आलस्य को त्याग कर दें अन्यथा आपको जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पडे़गा।
- इस दिन जमें व्यक्तियों का कोई अपमान करे तो वे कतई बर्दाश्त नहीं करते, इन व्यक्तियों को हमेशा सभी कार्यों में सफलता हांसिल होगी मगर संघर्ष करते रहेंगे तब| इन व्यक्तियों को संकट, विपत्ति व कठिनाईयां अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं कर पायेंगी
- इनके जीवन में कितने ही कष्ट क्यों न आये,परन्तु ये अपने हंसमुख स्वभाव के कारण विचलित नहीं होगे। इनका जितना भी विरोध किया जायेगा ये उतना ही सफलता की ओर आगे बढ़ते जायेगे।
- इस दिन जन्में व्यक्तियों की खास बात यह होती है कि एक अच्छे प्रेमी होंगे, अतः प्रेम करने की कला में ये निपुण होगे। इनके अन्दर बाहरी प्रदर्शन की कला नहीं होगी और न ही आप किसी बाहरी दिखावे को पसन्द करेगें आप अपने को जैसा है वैसा ही दिखाना पसन्द करेगें।
शनिवार को जन्म लेने वाली स्त्रियों का स्वभाव-
-शनिवार को जन्म लेने वाली स्त्रियां सुन्दर कम होती है या तो एकदम गेहुये रंग की होगी या फिर एकदम काली| इनका चेहरा सौम्य व गम्भीर होगा इसलिए ये स्त्रियाँ एक दम पतली या फिर मोटी होगी।
- इस दिन जन्मीं स्त्रियों का पति सुन्दर व आकर्षक व्यक्तित्व का होगा, जिसपर उनका पूर्ण अधिकार रहेगा। सास ससुर व परिवार के लोग इन पर अधिक विश्वास करेंगे। गृह कार्य में कम दक्ष होने के कारण घर के लोग टोक-टाक कर सकते हैं।
- इनका झुकाव ईश्वर की तरफ विशेषकर रहेगा इसलिए कोई भी कार्य बड़े धैर्य, लगन व समर्पित भाव से करेंगी।
स्वास्थ्य:- आपको आंतो के रोग, कोष्टवद्धता, गठिया, कमर दर्द, हाथ पैरों में दर्द, सफेद दाग और बवासीर आदि रोग होने की आशंका रहेगी।
शुभ दिन:- आपके लिए शनिवार, शुक्रवार व बुधवार दिन शुभ रहेगें।
शुभ महीना:- 20 सितम्बर से 25 अक्टूबर तक का समय आपके लिए अनुकूल रहेगा तथा -दिसम्बर माह आपके लिए कष्टकारी रहेगा|
शुभ रत्न:- आपके लिए शुभ रत्न हैं -नीलम, लहसुनिया, फिरोजा और काला मोती आप इनमें से किसी भी रत्न को चांदी की अंगूठी में मध्यमा अंगुली में शनिवार के दिन धारण कर सकते हैं।
व्रत और मंत्र- आप शनि देव या कृष्ण जी की उपासना व ध्यान कर सकते हैं। शनिवार का उपवास आपके लिए अच्छा रहेगा।
आप प्रातः काल उठकर निम्न मंत्र की-ऊंॅ ऐं हीं श्रीं श्नैष्चराय नमः को 108 बार प्रतिदिन जाप करें।
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किसी स्त्री के बारे में आपको अगर जानकारी हासिल करनी है तो उसके अंगों की सरंचना देखकर आप उस स्त्री के बारे में जान सकते हैं कि वह स्त्री कैसी होगी| स्त्री के मस्तिक की लकीरें देखकर भी उसके बारे में जान सकते हैं कि वह स्त्री कैसी होगी-
अगर किसी स्त्री का सिर अधिक मोटा और बड़ा हो तो ऐसी स्त्रियाँ अपने जीवन में ज्यादा संघर्ष करती है। अगर किसी स्त्री का सिर बिलकुल छोटा हो तो वह स्त्री दुर्भाग्यशाली होती है तथा अपने जीवन को लेकर तनाव ग्रस्त रहती है| लेकिन जब इन स्त्रियों के संतान उत्पन्न होती है तो इनका तनाव दूर हो जाता है और अच्छा समय आ जाता है|
जिसका सिर आगे से उठा हुआ होता है तो ऐसी स्त्रियां भाग्यशाली व तीक्षण बुद्धि वाली होती है और अपने परिवार को आगे बढ़ाने में सहायक होती है। वहीँ जिस स्त्री के सिर के बीच में गडढा हो या दबा हुआ होता है तो ऐसी स्त्री धन, वैभव व सुखी जीवन व्तीत करने वाली होती है| इन स्त्रियों का अनेक पुरूषों से सम्बन्ध भी हो सकता है।
अगर किसी स्त्री का सिर चौड़ा हो तो उन स्त्रियों के हमेशा कोई न कोई रोग लगा रहता है| इन स्त्रियों का स्वभाव कठोर होता है, परन्तु ये दिल की अच्छी होती है। इनको पति समझदार व सेवाभाव से परिपूर्ण मिलता है| वहीँ जिस स्त्री का सिर चपटा होता है तो इन स्त्रियों को यदि उचित अवसर मिल जाये तो शीघ्र ही उच्च मुकाम को हासिल कर लेती है परन्तु अपने परिवार की सेवा नहीं कर पाती है। छपते सिर वाली स्त्रियाँ अधिक तेज, चंचल,वाक्पटुता, चालाक व अपना काम निकालने वाली होती है।
वहीँ जिस स्त्री का सिर सामान्य होता है, तो ऐसी स्त्रियाँ सास,ससुर व पति की सेवा करने वाली व सामाजिक मान-सम्मान पाने वाली होती है।जिस स्त्री के मस्तक पर चन्द्र बना होता है, वह महिलायें सब प्रकार के सुखों को भोगने वाली तथा पतिव्रता, उच्च पद एंव राजनीति में निपुण होती है।
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किसी लड़के या लडकी के नामकरण से उसके व्यक्तित्व पर क्या असर पड़ता है, क्या आपको पता है? अगर नहीं तो हम आपको आज 'K' अक्षर वाले व्यक्तियों के बारे में बताते हैं-
अगर किसी लड़की या लड़के का नाम अंग्रेजी के 'K''अक्षर से शुऱू होता है तो वे व्यक्ति काफी निडर होते है। इस अक्षर वाले व्यक्ति बेहद खुबसूरत होते हैं यही वजह है कि लोग इनकी तरफ काफी आकर्षित भी होते है। इस अक्षर वाला व्यक्ति बेहद ही दिखावे वाला होता है। किसी को कुछ भी कह देना इनके स्वभाव में शामिल होता है। बिना कुछ सोचे समझे ये किसी को भी कुछ सुना देते है जिसकी वजह से इन्हें लोग मुंहफट कहते हैं| इस नाम के व्यक्ति अपने फायदे के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
के अक्षर वाले पैसा तो बहुत कमाते हैं, लेकिन इन्हें इज्जत से कुछ लेना-देना नहीं होता है। जहां तक वैवाहिक संबधों का सवाल है तो ये ससुराल पक्ष पर भी अपना रुतबा कायम रखते हैं| लोग इनसे डरते हैं। इनके सामने अपनी बात कहने में हिचकते हैं। "के" अक्षर वाले सेक्स लाईफ को भी ये ज्यादा तवज्जों नहीं देते है और ज्यादातर ये लोग अरेंज मैरिज ही करते हैं| इनका वैवाहिक जीवन समझौतों पर ही निर्भर होता है।
किसी लड़के या लडकी के नामकरण से व्यक्ति के व्यक्तित्व पर क्या असर पड़ता है, क्या आपको पता है? अगर नहीं तो आज हम आपको "जे " अक्षर वाले व्यक्तियों के बारे में बताते हैं-
यदि किसी लड़की या लड़के का नाम अंग्रेजी के J अक्षर से शुऱू होता है तो इस नाम के व्यक्ति जिंदगी को बहुत ही खुशनुमा अंदाज से जीते है| इस नाम का व्यक्ति अपने रिश्तों के प्रति काफी ईमानदार और वफादार होता है। इस नाम के व्यक्ति जितने तन से सुन्दर होते हैं, उतना ही मन से सुन्दर होते हैं| ऐसे लोग जीवन में काफी तरक्की करते है
स्वभाव से बेहद ही नखरीले होते हैं जे अक्षर वाले| पैसा,रूतबा, मुहब्बत हर चीज इनके पास थोक मात्रा में होती है| इस अक्षर के लोगों के साथ बस एक समस्या होती है और वो है इनका स्वास्थ्य जो कि काफी कमजोर होता है। इनको हमेशा कोई न कोई बीमारी घेरे रहती है| इनकी सेक्स लाईफ काफी रोमांचित होती है। ये प्रेम विवाह पर ज्यादा भरोसा रखते हैं।
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किसी लड़के या लडकी के नामकरण से व्यक्ति के व्यक्तित्व पर क्या असर पड़ता है, क्या आपको पता है? अगर नहीं तो आज हम आपको "आई" अक्षर वाले व्यक्तियों के बारे में बताते हैं-
यदि किसी लड़की या लड़के का नाम अंग्रेजी के I अक्षर से शुऱू होता है तो ऐसे व्यक्ति काफी सुंदर होते हैं और सुंदरता को पसंद भी करते हैं। इन्हें बच्चों की कंपनी भी काफी अच्छी लगती है। धर्म-कर्म में रूचि रखते हैं। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि ऐसे लोग बहुत ही प्यारे और मोहक होते है जिनका साथ हर कोई पसंद करता है। इस अक्षर वाले व्यक्ति सिर्फ और सिर्फ प्यार का भूखा है। उसे अपनेपन और प्यार की तलाश होती है । ये इंसान बहुत ही भावुक होते हैं। ये हर काम दिल से करते हैं इसलिए इन्हें आसानी से इन्हें बुद्धू भी बनाया जा सकता है। ये अक्सर अपने इस स्वभाव के कारण अपनी बहुत सारी उपयोगी चीजों को खो देते हैं।
इस अक्षर वाले व्यक्तियों को जिंदगी बहुत कुछ देती है लेकिन उसका सुख कम ही मिल पाता है। शिक्षा और लेखनी के क्षेत्र में ये विशेष जानकारी रखते है। खैर इन्हें कभी पैसे की कमी नहीं होती है। प्रेम और पारिवारिक सौगात भी इन्हें थोक मात्रा में मिलती है। समाज में ये अच्छी पकड़ रखते है। सेक्स लाईफ काफी अच्छी होती है।
माँ भगवती की आराधना का पर्व है नवरात्रि| इस बार नवरात्रि 28 सितम्बर ( बुधवार) से प्रारंभ हो चुकी है| माँ भगवती के नौ रूपों की भक्ति करने से हर मनोकामना पूरी होती है। अगर आपके विवाह में अड़चनें आ रही हैं तो नीचे लिखा उपाय करने पर शीघ्र ही आपको मनचाही दुल्हन मिलेगी|
उपाय-
नवरात्रि के हर दिन किसी शिव मंदिर में जाएं और शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर चढ़ाते हुए शिवलिंग को अच्छी तरह से साफ कर लें। फिर शुद्ध जल शिवलिंग पर चढ़ाकर पूरे मंदिर को झाड़ू लगाकर साफ करें।फिर भगवन भोलेनाथ की चंदन, पुष्प एवं धूप, दीप आदि से उपासना करें| उसके बाद रात्रि के करीब 10 बजे के पश्चात अग्नि प्रज्वलित कर ऊँ नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए घी से 108 बार भगवन शंकर को आहुति दें| 11 दिनों तक नित्य इसी मंत्र की पांच माला जप भगवान शिव के सम्मुख करते रहें शीघ्र ही मनोकामना पूर्ण होगी और आपको मनचाही दुल्हन मिलेगी|
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आज से नवरात्रि पर्व का आरंभ हो चुका है| इस नवरात्रि में माँ भगवती को प्रसन्न करने के लिए अपनी राशि के अनुसार जानिए माँ के स्वरूपों की पूजा अर्चना में क्या-क्या करना चाहिए-
मेष राशि:- मेष राशि वाले भक्तों को माँ भगवती की पंच्व्ह्वी शक्ति स्कंद माता की विशेष उपासना करनी चाहिए। दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए। क्योंकि स्कंदमाता करुणामयी हैं, जो वात्सल्यता का भाव रखती हैं।
वृष राशि:- वृष राशि के लोग महागौरी स्वरूप की उपासना करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। माँ को प्रसन्न करने के लिए ललिता सहस्र नाम का पाठ करना चाहिए। क्योंकि महागौरी जन-कल्याणकारी हैं। अविवाहित कन्याओं को आराधना से उत्तम वर की प्राप्ति होती है।
मिथुन राशि:- मिथुन राशि वाले भक्तों को देवी-यंत्र स्थापित कर माँ भगवती ब्रह्मचारिणी की उपासना करनी चाहिए। माँ ब्रम्ह्चारिणी को प्रसन्न करने के लिए तारा कवच का प्रतिदिन पाठ करें। क्योंकि मां ब्रह्मचारिणी ज्ञान प्रदाता, विद्या के अवरोध दूर करती हैं।
कर्क राशि:- कर्क राशि वाले भक्तों को माँ भगवती के प्रथम स्वरुप माँ शैलपुत्री की पूजा-उपासना करनी चाहिए। माँ को प्रसन्न करने के लिए लक्ष्मी सहस्रनाम का पाठ करें। क्योंकि माँ शैलपुत्री अभय दान प्रदान करती हैं।
सिंह राशि:- सिंह राशि वाले भक्तों को माँ कूष्मांडा की साधना विशेष फलदायी है| इसलिए माँ को प्रसन्न करने के लिए दुर्गा मंत्र का जाप करें। क्योंकि माँ कुष्मांडा बलि प्रिया हैं, अत: साधक नवरात्र की चतुर्थी को आसुरी प्रवृत्तियों यानि बुराइयों का बलिदान देवी चरणों में निवेदित करना चाहिए|
कन्या राशि:- कन्या राशि वाले भक्तों कोप माँ ब्रम्ह्चारिणी की पूजा अर्चना करना चाहिए। माँ को प्रसन्न करने के लिए लक्ष्मी मंत्रों का साविधि जाप करें। क्योंकि माँ ज्ञान प्रदान करती हुई विद्या मार्ग के अवरोधों को दूर करती हैं। विद्यार्थियों हेतु देवी की साधना फलदायी है।
तुला राशि:- तुला राशि वाले भक्तों को महागौरी की पूजा- अर्चना से विशेष फल प्राप्त होते हैं। माँ को प्रसन्न करने के लिए काली चालीसा या सप्तशती के प्रथम चरित्र का पाठ करें क्योंकि जन-कल्याणकारी हैं। अविवाहित कन्याओं को आराधना से उत्तम वर की प्राप्ति होती है।
वृश्चिक राशि:- वृश्चिक राशि वाले भक्तों को स्कंदमाता की पूजा अर्चना करनी चाहिए| माँ को प्रसन्न करने के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करें क्योंकि माँ वात्सल्य भाव रखती हैं।
धनु राशि:- धनु राशि वाले भक्तों को देवी चंद्रघंटा की उपासना करनी चाहिए| माँ को प्रसन्न करने के लिए संबंधित मंत्रों का यथाविधि अनुष्ठान करें। क्योंकि घंटा प्रतीक है उस ब्रह्मनाद का, जो साधक के भय एवं विघ्नों को अपनी ध्वनि से समूल नष्ट कर देता है।
मकर राशि:- मकर राशि वाले लोगों के लिए कालरात्रि की पूजा सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। माँ को प्रसन्न करने के लिए नर्वाण मंत्र का जाप करें। क्योंकि माँ अंधकार में भक्तों का मार्गदर्शन और प्राकृतिक प्रकोप, अग्निकांड आदि का शमन करती हैं। माँ शत्रुओं का संहार करने वाली होती हैं।
कुंभ राशि:- कुंभ राशि वाले व्यक्तियों के लिए कालरात्रि की उपासना लाभदायक है | आप माँ को प्रसन्न करने के लिए देवी कवच का पाठ करें। अंधकार में भक्तों का मार्गदर्शन और प्राकृतिक प्रकोपों का शमन करती हैं और शत्रुओं का विनास करती हैं|
मीन राशि:- मीन राशि के जातकों को माँ चंद्रघंटा की उपासना करनी चाहिए। माँ को प्रसन्न करने के लिए हरिद्रा की माला से यथासंभव बगलामुखी मंत्र का जाप करें। घंटा उस ब्रह्मनाद का प्रतीक है, जो साधक के भय एवं विघ्नों को अपनी ध्वनि से समूल नष्ट कर देता है।
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नवरात्रि का पर्व आज (बुधवार) से प्रारंभ हो चुका है| इसके लिए हर भक्त अपने तरीके से माँ की आराधना करता है। नवरात्रि के शुभ अवसर पर हम आपके लिए नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र लाएं हैं। इस चमत्कारिक चक्र के माध्यम से आप अपने जीवन की समस्त परेशानियों व सवालों का हल आसानी से पा सकते हैं।
नवदुर्गा प्रश्नावली चमत्कारिक चक्र के उपयोग की विधि-
जिस किसी भक्त को अपने सवालों का जवाब या परेशानियों का हल जानना है वो पहले पांच बार ऊँ ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का जप करने के बाद 1 बार इस मंत्र का जप करें-
या देवी सर्वभूतेषु मातृरुपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
इस मंत्र का जाप करने के बाद भक्त आंखें बंद करके अपना सवाल पूछें और माता दुर्गा का स्मरण करते हुए प्रश्नावली चक्र पर कर्सर घुमाते हुए रोक दें। जिस कोष्ठक (खाने) पर कर्सर रुके, उस कोष्ठक में लिखे अंक के अनुसार नीचे लिखे फलादेश को ही अपने अपने प्रश्न का उत्तर समझें।
1- धन का लाभ होगा एवं मान-सम्मान भी मिलेगा।
2- धन हानि अथवा अन्य प्रकार का अनिष्ट होने की आशंका है।
3- किसी अभिन्न मित्र से मिलन होगा, जिससे मन प्रसन्न होगा।
4- कोई व्याधि अथवा रोग होने की आशंका है, अत: कार्य अभी टाल देना ही आपके लिए अच्छा रहेगा।
5- धैर्य रखिए जो भी कार्य आपने सोचा है, उसमें आपको सफलता मिलेगी|
6- कुछ दिन के लिए कार्य को स्थगित कर दें| किसी से कलह अथवा कहासुनी हो सकती है|
7- आपका अच्छा समय शुरु हो गया है। अतिशीघ्र ही सुंदर एवं स्वस्थ पुत्र होने के योग हैं। इसके अतिरिक्त आपकी अन्य मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी।
8- विचार पूरी तरह त्याग दें| इस कार्य में मृत्यु भी होने की आशंका है।
9- देश समाज अथवा सरकार की दृष्टि में सम्मान बढ़ेगा। आपका सोचा हुआ कार्य अच्छा है।
10- अपना कार्य आरंभ करें, अपेक्षित लाभ प्राप्त होगा|
11- जिस कार्य के बारे में सोच रहे हैं, उसमें हानि होने की सम्भावना है|
12- मनोकामना पूर्ण होगी और पुत्र से भी आपको विशेष लाभ मिलेगा।
13- कार्य में आ रही बाधाएं दूर करने के लिए शनिदेव की उपासना करें|
14- चिंता न करें, अच्छा समय शुरु हो गया है, सुख-संपत्ति प्राप्त होगी।
15- आर्थिक तंगी के कारण ही आपके घर में सुख-शांति नहीं है। धैर्य एवं संयम रखें, एक माह बाद स्थितियां बदलने लगेंगी।
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किसी लड़के या लडकी के नामकरण से व्यक्ति के व्यक्तित्व पर क्या असर पड़ता है, क्या आपको पता है? अगर नहीं तो आज हम आपको "एच " अक्षर वाले व्यक्तियों के बारे में बताते हैं-
यदि किसी लड़की या लड़के का नाम अंग्रेजी के H अक्षर से शुऱू होता है तो ऐसे व्यक्ति संकोची और संवेदनशील होते हैं और इसके साथ ही इस अक्षर वाले व्यक्ति अपनी ख़ुशी और अपना दर्द किसी से शेयर नहीं करते | ये रहस्यमयी व्यक्ति होते हैं, इनको समझ पाना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन दिल के अच्छे और सच्चे व्यक्ति होते हैं। ये तेज़ दिमाग वाले होते हैं| ये व्यक्ति ना काहू से दोस्ती और ना ही काहू से बैर वाले होते हैं | इस अक्षर के व्यक्ति अक्सर राजनीति और प्रशासनिक क्षेत्र में दिखायी देते हैं।
इस अक्षर के व्यक्ति किसी से भी अपने प्यार का इजहार नहीं करते हैं लेकिन ये जिसे चाहते हैं, उसे दिल की गहराई से प्यार करते हैं। इनका वैवाहिक जीवन काफी अच्छा होता है। ये इंसान पैसा खूब कमाते है लेकिन ये अपने पैसों को सिर्फ अपने ऊपर खर्च करते हैं। फिलहाल ये काफी तरक्की करने वाले होते है। ऐसे लोग सिर्फ अपनी मर्जी के मालिक होते है ये दूसरों पर हुकूमत करते हैं लेकिन कोई इन पर हुकूम चलाये ये इन्हें बर्दाश्त नहीं। ज्ञान का अथाह सागर कहलाने वाले ये व्यक्ति समाज के लिए अलग मिसाल बनते हैं।
अपने स्वभाव के चलते इन्हें कुछ लोग घमंडी की भी उपाधि दे देते हैं लेकिन जो लोग इन्हें जानते हैं वो समझ जाते है कि इनका घमंड से दूर-दूर तक लेना देना नहीं है।