शनिवार को जन्म लेने वाले व्यक्तियों का स्वाभाव संकोची अनुशासन प्रिय व यथार्थवादी होता है | इस दिन जन्में व्यक्ति आलसी व लापरवाह प्रवत्ति के होते हैं | इनके वैवाहिक व पारिवारिक जीवन में काफी उतार -चढ़ाव वाली स्थिति बनी रहेगी क्योंकि इनके जीवन व व्यक्तित्व पर शनि ग्रह का विशेष प्रभाव रहता है। शनि एक सौम्य,अनुशासनशील व धीमी गति का ग्रह है जो एक राशि में लगभग 2 वर्ष 6 माह तक रहता है।
शनिवार को जन्म लेने वाले पुरुषों का स्वाभाव :-
- इस दिन जन्में व्यक्ति आलसी व संकोची होते हैं, ये व्यक्ति किसी भी कार्य को करने की सुन्दर योजना बनायेंगे परन्तु उन योजनाओं के अनुरूप आप कार्य नहीं कर पायेंगे, इसलिए संकोच व आलस्य को त्याग कर दें अन्यथा आपको जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पडे़गा।
- इस दिन जमें व्यक्तियों का कोई अपमान करे तो वे कतई बर्दाश्त नहीं करते, इन व्यक्तियों को हमेशा सभी कार्यों में सफलता हांसिल होगी मगर संघर्ष करते रहेंगे तब| इन व्यक्तियों को संकट, विपत्ति व कठिनाईयां अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं कर पायेंगी
- इनके जीवन में कितने ही कष्ट क्यों न आये,परन्तु ये अपने हंसमुख स्वभाव के कारण विचलित नहीं होगे। इनका जितना भी विरोध किया जायेगा ये उतना ही सफलता की ओर आगे बढ़ते जायेगे।
- इस दिन जन्में व्यक्तियों की खास बात यह होती है कि एक अच्छे प्रेमी होंगे, अतः प्रेम करने की कला में ये निपुण होगे। इनके अन्दर बाहरी प्रदर्शन की कला नहीं होगी और न ही आप किसी बाहरी दिखावे को पसन्द करेगें आप अपने को जैसा है वैसा ही दिखाना पसन्द करेगें।
शनिवार को जन्म लेने वाली स्त्रियों का स्वभाव-
-शनिवार को जन्म लेने वाली स्त्रियां सुन्दर कम होती है या तो एकदम गेहुये रंग की होगी या फिर एकदम काली| इनका चेहरा सौम्य व गम्भीर होगा इसलिए ये स्त्रियाँ एक दम पतली या फिर मोटी होगी।
- इस दिन जन्मीं स्त्रियों का पति सुन्दर व आकर्षक व्यक्तित्व का होगा, जिसपर उनका पूर्ण अधिकार रहेगा। सास ससुर व परिवार के लोग इन पर अधिक विश्वास करेंगे। गृह कार्य में कम दक्ष होने के कारण घर के लोग टोक-टाक कर सकते हैं।
- इनका झुकाव ईश्वर की तरफ विशेषकर रहेगा इसलिए कोई भी कार्य बड़े धैर्य, लगन व समर्पित भाव से करेंगी।
स्वास्थ्य:- आपको आंतो के रोग, कोष्टवद्धता, गठिया, कमर दर्द, हाथ पैरों में दर्द, सफेद दाग और बवासीर आदि रोग होने की आशंका रहेगी।
शुभ दिन:- आपके लिए शनिवार, शुक्रवार व बुधवार दिन शुभ रहेगें।
शुभ महीना:- 20 सितम्बर से 25 अक्टूबर तक का समय आपके लिए अनुकूल रहेगा तथा -दिसम्बर माह आपके लिए कष्टकारी रहेगा|
शुभ रत्न:- आपके लिए शुभ रत्न हैं -नीलम, लहसुनिया, फिरोजा और काला मोती आप इनमें से किसी भी रत्न को चांदी की अंगूठी में मध्यमा अंगुली में शनिवार के दिन धारण कर सकते हैं।
व्रत और मंत्र- आप शनि देव या कृष्ण जी की उपासना व ध्यान कर सकते हैं। शनिवार का उपवास आपके लिए अच्छा रहेगा।
आप प्रातः काल उठकर निम्न मंत्र की-ऊंॅ ऐं हीं श्रीं श्नैष्चराय नमः को 108 बार प्रतिदिन जाप करें।
शनिवार को जन्म लेने वाले पुरुषों का स्वाभाव :-
- इस दिन जन्में व्यक्ति आलसी व संकोची होते हैं, ये व्यक्ति किसी भी कार्य को करने की सुन्दर योजना बनायेंगे परन्तु उन योजनाओं के अनुरूप आप कार्य नहीं कर पायेंगे, इसलिए संकोच व आलस्य को त्याग कर दें अन्यथा आपको जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पडे़गा।
- इस दिन जमें व्यक्तियों का कोई अपमान करे तो वे कतई बर्दाश्त नहीं करते, इन व्यक्तियों को हमेशा सभी कार्यों में सफलता हांसिल होगी मगर संघर्ष करते रहेंगे तब| इन व्यक्तियों को संकट, विपत्ति व कठिनाईयां अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं कर पायेंगी
- इनके जीवन में कितने ही कष्ट क्यों न आये,परन्तु ये अपने हंसमुख स्वभाव के कारण विचलित नहीं होगे। इनका जितना भी विरोध किया जायेगा ये उतना ही सफलता की ओर आगे बढ़ते जायेगे।
- इस दिन जन्में व्यक्तियों की खास बात यह होती है कि एक अच्छे प्रेमी होंगे, अतः प्रेम करने की कला में ये निपुण होगे। इनके अन्दर बाहरी प्रदर्शन की कला नहीं होगी और न ही आप किसी बाहरी दिखावे को पसन्द करेगें आप अपने को जैसा है वैसा ही दिखाना पसन्द करेगें।
शनिवार को जन्म लेने वाली स्त्रियों का स्वभाव-
-शनिवार को जन्म लेने वाली स्त्रियां सुन्दर कम होती है या तो एकदम गेहुये रंग की होगी या फिर एकदम काली| इनका चेहरा सौम्य व गम्भीर होगा इसलिए ये स्त्रियाँ एक दम पतली या फिर मोटी होगी।
- इस दिन जन्मीं स्त्रियों का पति सुन्दर व आकर्षक व्यक्तित्व का होगा, जिसपर उनका पूर्ण अधिकार रहेगा। सास ससुर व परिवार के लोग इन पर अधिक विश्वास करेंगे। गृह कार्य में कम दक्ष होने के कारण घर के लोग टोक-टाक कर सकते हैं।
- इनका झुकाव ईश्वर की तरफ विशेषकर रहेगा इसलिए कोई भी कार्य बड़े धैर्य, लगन व समर्पित भाव से करेंगी।
स्वास्थ्य:- आपको आंतो के रोग, कोष्टवद्धता, गठिया, कमर दर्द, हाथ पैरों में दर्द, सफेद दाग और बवासीर आदि रोग होने की आशंका रहेगी।
शुभ दिन:- आपके लिए शनिवार, शुक्रवार व बुधवार दिन शुभ रहेगें।
शुभ महीना:- 20 सितम्बर से 25 अक्टूबर तक का समय आपके लिए अनुकूल रहेगा तथा -दिसम्बर माह आपके लिए कष्टकारी रहेगा|
शुभ रत्न:- आपके लिए शुभ रत्न हैं -नीलम, लहसुनिया, फिरोजा और काला मोती आप इनमें से किसी भी रत्न को चांदी की अंगूठी में मध्यमा अंगुली में शनिवार के दिन धारण कर सकते हैं।
व्रत और मंत्र- आप शनि देव या कृष्ण जी की उपासना व ध्यान कर सकते हैं। शनिवार का उपवास आपके लिए अच्छा रहेगा।
आप प्रातः काल उठकर निम्न मंत्र की-ऊंॅ ऐं हीं श्रीं श्नैष्चराय नमः को 108 बार प्रतिदिन जाप करें।
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