आपने हमेशा देखा होगा कि लक्ष्मी जी भगवान विष्णु के पैर दबाया करती है, ऐसा देखकर आपके मान में जानने की लालसा होती होगी कि आखिर लक्ष्मी जी विष्णु भगवान के पैर क्यों दबाती हैं|
आइये जाने माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के पैर क्यों दबाती हैं-
हमारे ज्योतिषाचार्य ने बताया है कि लक्ष्मी श्री विष्णु की माया हैं। वे श्री विष्णु की सहायिका हैं- जगत का पालन करने के अर्थ में। नारी स्वतंत्रता के संदर्भ में इसकी व्याख्या करना भूल है।
लक्ष्मी विष्णु की थकान मिटाती हैं, इसीलिए श्री विष्णु स्वयं से पहले उनका नाम लेने का निर्देश देते हैं। यथा- "लक्ष्मीनारायण"। कारण एक-दूसरे का सम्मान करके ही श्रेष्ठ लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है, ऎसा श्रीकृष्ण ने कहा है।
आइये जाने माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के पैर क्यों दबाती हैं-
हमारे ज्योतिषाचार्य ने बताया है कि लक्ष्मी श्री विष्णु की माया हैं। वे श्री विष्णु की सहायिका हैं- जगत का पालन करने के अर्थ में। नारी स्वतंत्रता के संदर्भ में इसकी व्याख्या करना भूल है।
लक्ष्मी विष्णु की थकान मिटाती हैं, इसीलिए श्री विष्णु स्वयं से पहले उनका नाम लेने का निर्देश देते हैं। यथा- "लक्ष्मीनारायण"। कारण एक-दूसरे का सम्मान करके ही श्रेष्ठ लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है, ऎसा श्रीकृष्ण ने कहा है।
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