उत्तर प्रदेश में विदेशी महिला पर्यटक अब पूरी तरह सुरक्षित रहेंगी। पुलिस महकमे ने उनकी हिफाजत के लिए कमर कस ली है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने इस दिशा में कारगर कदम उठाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। विदेशी महिला पर्यटकों के साथ छेड़खानी, दुराचार व यौन हिंसा जैसी घटनाओं पर नियंत्रण के लिए पुलिस को और चौकस रहने को कहा गया है। प्रदेश के कुछ पर्यटन स्थल हैं जहां विदेशी पर्यटक ज्यादा आते हैं। वहां आने वाली विदेशी महिला पर्यटकों के संग कोई अप्रिय घटना न हो, इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस महानिदेशक ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। इन निर्देश की जानकारी प्रदेश के पुलिस अधीक्षकों को दे दी गई है।
निर्देश में कहा गया है कि विदेशी पर्यटकों की आमद वाले प्रमुख स्मारकों व दर्शनीय स्थलों, रेस्तरां, मॉल, रेलवे स्टेशन पर लगातार गश्त कराई जाए। इसके अलावा समय-समय पर आकस्मिक जांच भी कराई जाए। कहा गया है कि दर्शनीय स्थलों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक से लेकर थानाध्यक्ष स्तर तक के पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर अंकित कराए जाएं ताकि यदि उनके साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो वे इसकी जानकारी तत्काल दे सकें।
सुरक्षा के उपायों से संबंधित पम्फलेट को अंग्रेजी में छपवा कर लगाया जाए और वहां रखा भी जाए ताकि पर्यटकों को पम्पलेट दिया भी जा सके। आईजी ने कहा कि पर्यटक स्थलों पर नियुक्त गाइड, फोटोग्राफर, होटलकर्मियों, टैक्सी चालकों, नाव वालों तथा पर्यटन व्यवसाय से जुड़े अन्य व्यक्तियों का समय-समय पर भौतिक सत्यापन भी कराने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक धरोहरों, घाटों, दर्शनीय स्थलों पर सीसीटीवी लगाने को कहा गया है। साथ ही सख्त हिदायत दी गई है कि यदि कोई विदेशी पर्यटक कोई समस्या लेकर पहुंचता है तो उसे सुनने के साथ त्वरित कार्रवाई की जाए। डीजीपी ने निर्देश में कहा है कि तमाम सुरक्षा के बावजूद यदि विदेशी महिला पर्यटकों के साथ छेड़छाड़ एवं दुष्कर्म जैसी किसी भी घटना का तत्काल संज्ञान लेकर न केवल अभियोग पंजीकृत किया जाए, बल्कि घटना में संलिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें निरुद्ध भी किया जाए।
पर्दाफाश
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