अंगों के फड़कने से भी शुभ अशुभ की सूचना मिलती है| प्रत्येक अंग का अलग-अलग महत्त्व होता है| उनके फड़कने का भी एक अलग अर्थ होता है| शरीर के विभिन्न अंगों का फड़कना भी भावी घटनाओं के होने का संकेत है|
तो आइए जानते हैं किस अंग का फड़कना ज्योतिष के अनुसार शुभ है और किसका अशुभ :-
कुछ अंगों जैसे होंठ, कपाल, आंखे आदि को शुभ अंग माना गया है इनका फड़कना अच्छा माना जाता है|
अगर बांये पैर की पहली अंगुली फड़के तो लाभ होता है, इसे एक अच्छा शगुन माना जाता है वहीँ दांये पैर की पहली अंगुली फड़के तो उसे अशुभ संकेत माना जाता है।
पिंडलियां फड़कती हैं, तो यह आपके दुश्मन से परेशानी मिलने के संकेत है|
यदि कंधे फड़के तो भोग विलास में वृद्धी होगी|
बायां घुटना फड़के तो शुभ संकेत पाया जाता है,वहीँ दांया घुटना फड़के तो उसे अशुभ माना जाता है।
बाई जांघ फड़कना अच्छा संकेत माना जाता है। यह दोस्त से मदद मिलने के संकेत के तौर पर हैं।
बांये हाथ का अंगुठा फड़कना अशुभ माना जाता है।
वक्षःस्थल का फड़कना विजय दिलाने वाला होता है।
दोनों भौंहों के मध्य भाग फड़के तो सुख की प्राप्ति होती है।
मस्तक फड़के तो यह भूमि लाभ मिलने का संकेत माना जाता है।
यदि आंखों के पास का हिस्सा फड़के तो प्रिय व्यक्ति से मिलन का संकेत है।
आंखों के कोने फड़के तो यह धन प्राप्ति का संकेत है।
होंठों का फड़कना किसी प्रिय वस्तु के मिलने का संकेत है।
लड़कियों के लिए बाएं अंग फड़कना शुभ माना जाता है और दाएं अंग फड़कना अशुभ।
लड़कों के दाएं अंग फड़कना शुभ माना जाता है और बाएं अंग फड़कना अशुभ।
यह सांकेतिक फल है प्रायः सही बैठता है किन्तु कभी ये संकेत हास्यास्पद हो जाते है|
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