सचिन का संन्यास, एक युग का समापन

 
विश्व क्रिकेट को भारत की सबसे महान देन-सचिन तेंदुलकर ने अपने 24 साल और एक दिन के ओजस्वी करियर के बाद शनिवार को संन्यास ले लिया। वेस्टइंडीज के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में खेलते हुए भारतीय टीम ने सचिन को उनके करियर के 200वें टेस्ट में पारी की जीत का शानदार तोहफा और गार्ड ऑफ ऑनर दिया। 

सचिन ने मैदान से बाहर जाते हुए अपने साथियों और दर्शकों अभिनंदन स्वीकार किया। सचिन के संन्यास के साथ ही भारत ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट में एक युग का समापन हो गया। एक ऐसा युग, जिसमें इस महान खिलाड़ी ने क्रिकेट के हर रिकार्ड को अपनी धरोहर बनाकर रखा और मैदान के बाहर तथा मैदान के अंदर करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहे।

सचिन ने 10 नवम्बर को संन्यास की घोषणा की थी। सचिन ने अपने संदेश में कहा था, "मैंने जीवन में देश के लिए खेलने का सपना पाला था। बीते 24 साल से मैं हर दिन इस सपने को जी रहा हूं। मेरे लिए क्रिकेट के बगैर रहना नामुमकिन सा लगता है क्योंकि 11 साल की उम्र से मैं इस खेल के साथ रचा-बसा हूं। देश के लिए खेलना मेरे लिए महान सम्मान की बात है। मैं अपने घरेलू मैदान पर 200वां टेस्ट मैच खेलते हुए इस महान खेल को अलविदा कहना चाहता हूं।"

"बीते सालों में मेरा साथ देने के लिए मैं बीसीसीआई को धन्यवाद कहना चाहता हूं। साथ ही मैं अपने परिवार को उसके संयम और मेरी भावना को समझने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। सबसे बाद में और सबसे अधिक दिल से मैं अपने प्रशंसकों को धन्यवाद कहना चाहता हूं, जिन्होंने लगातार अपनी प्रार्थनाओं और हौसलाअफजाई से मुझे अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करनी की क्षमता और शक्ति प्रदान की।"

दिग्गजों ने सराहा : 

सचिन के संन्यास के बाद दिग्गजों ने उनकी जमकर सराहना की । श्रीलंका की विश्वकप विजेता टीम के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने ट्वीट करते हुए कहा, "भारतीय क्रिकेट जगत के लिए यह एक दुखद दिन है। टेस्ट क्रिकेट के लिए वास्तव में यह एक बड़ा नुकसान है। अपने पूरे करियर के दौरान खेल को लेकर उनकी प्रतिबद्धता अद्वितीय रही।"

प्रख्यात अंपायर डिकी बर्ड ने कहा कि तेंदुलकर का खेल डॉन ब्रैडमैन के समतुल्य था। तेंदुलकर के पर्दापण मैच में कप्तान रहे के. श्रीकांत ने कहा कि सचिन का 200 टेस्ट मैचों में हिस्सा लेने और 100 शतक लगाना अद्वितीय है।"

पूर्व भारतीय बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर ने कहा, "उन्होंने पूरी दुनिया के गेंदबाजों पर विजय पाई है। उनके रिकॉर्डो को तोड़ पाना बहुत मुश्किल है।"

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने लिखा, "सार्वकालिक महान क्रिकेटरों में से एक सचिन, मेरे आदर्श खिलाड़ियों में से एक और जिनके खिलाफ खेलना सबसे बड़ी उपलब्धि होती थी।"

भारत के 'सम्मान पुरुष' हैं सचिन : 

सचिन ने अपने 24 साल के करियर में अनेक मान-सम्मान और अलंकरण हासिल किए। वह खेलों के माध्यम से राज्य सभा में आए और देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान तथा दूसरा सबसे बड़ा नागरिक अलंकरण हासिल किया।

-1997 में सचिन को विजडन क्रिकेटर ऑफ द इअर चुना गया।

-केंद्र सरकार ने 1997-98 में ही सचिन को देश के सबसे बड़े खेल सम्मान-राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा था।

-वर्ष 1999 में सचिन पद्मश्री से नवाजे गए थे। उससे पहले 1994 में सचिन को अर्जुन पुरस्कार दिया गया था।

-सचिन को 2008 में उनकी उपलब्धियों के लिए देश के दूसरे सबसे बड़ा नागरिक अलंकरण-पद्म विभूषण से नवाजा गया। 

-वर्ष 2001 में महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें प्रदेश के सबसे बड़े नागरिक अलंकरण-महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से नवाजा।

-2003 में सचिन विश्व कप के सबसे अच्छे खिलाड़ी रहे।

-वह 2004, 2007 और 2010 में आईसीसी वर्ल्ड ओडीआई इलेवन का हिस्सा रहे।

-2005 में सचिन को राजीव गांधी पुरस्कार से नवाजा गया।

-सचिन ने 2009, 2010 और 2011 में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट इलेवन में जगह बनाई। 

-वर्ष 2010 में सचिन को 'विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड' पुरस्कार मिला था।

-2010 में ही आईसीसी ने सचिन को वर्ष के श्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ी का सर गैरी सोबर्स ट्रॉफी प्रदान किया था।

-2010 में ही सचिन को एली पीपुल्स च्वाइस अवार्ड मिला था।

-2011 में सचिन को कैस्ट्राल इंडियन क्रिकेटर ऑफ द इअर अवार्ड से नवाजा गया।

-2011 में ही सचिन को बीसीसीआई क्रिकेटर ऑफ द इअर से नवाजा गया।

-2010 में सचिन को भारतीय वायु सेना ने मानद ग्रुप कैप्टन नियुक्त किया।

-2012 में सचिन को विजडन इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड दिया गया।

-2012 में ही सचिन को आस्ट्रेलिया सरकार ने ऑनरेरी मेम्बर ऑफ द आर्डर ऑफ आस्ट्रेलिया से नवाजा।

'रिकार्ड पुरुष' भी हैं सचिन : 

-सर्वाधिक 200 टेस्ट , सचिन ने अपना पहला टेस्ट 15 नवम्बर, 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची में खेला और अंतिम टेस्ट मुम्बई में 14 नवम्बर, 2013 को वेस्टइंडीज के साथ खेला।

-सर्वाधिक 463 एकदिवसीय मैच, सचिन ने अपना पहला एकदिवसीय मैच 18 दिसम्बर, 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ गुजरावाला में खेला। अंतिम एकदिवसीय मैच 18 मार्च, 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में खेला।

-टेस्ट मैचों में सर्वाधिक 15,921 रन, टेस्ट मैचों में सचिन के नाम 68 अर्धशतक और 115 कैच भी दर्ज हैं।

-एकदिवसीट मैचों में सर्वाधिक 18,426 रन, एकदिवससीय मैचों में सचिन के नाम 96 अर्धशतक और 140 कैच हैं।

-टेस्ट मैचों में सर्वाधिक 51 शतक, सचिन का सर्वाधिक व्यक्तिगत योग नाबाद 248 रन है।

-एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक 49 शतक, एकिदवसीय मैचों में सचिन का सर्वाधिक व्यक्तिगत योग नाबाद 200 रन है।

-एकदिवसीय मैच में सबसे पहले 200 रनों का व्यक्तिगत आंकड़ा पार करने वाले बल्लेबाज

-प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में 50,000 रनों का आंकड़ा पार करने वाले पहले भारतीय

-आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में सर्वाधिक छह शतक लगाने वाले बल्लेबाज

-आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में 2000 रनों का आंकड़ा पार करने वाले पहले बल्लेबाज

-एक कैलेंडर वर्ष (1998) में सर्वाधिक 1894 एकदिवसीय रनों का रिकार्ड।

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1 टिप्पणी:

रविकर ने कहा…

बहा नाक से खून पर, जमा पाक में धाक |
चौबिस वर्षों तक जमा, रहा जमाना ताक |

रहा जमाना ताक, टेस्ट दो सौ कर पूरे |
कर दे ऊँची नाक, बहा ना अश्रु जमूरे |

चला मदारी श्रेष्ठ, दिखाके करतब नाना |
ले लेता संन्यास, उम्र का करे बहाना |।