पिछले दिनों हुये कुछ मामले जैसे एम्स दिल्ली, गूगल ,सैमसंग , एवं अन्य हेल्थकेअर ,मैनुफेक्चुरिंग इंडस्ट्री , फिंटेक इंडस्ट्री आदि मे हुये साइबर हमले दरसाते हैं कि साइबर सुरक्षा एक व्यक्ति से लेकर बड़ी बड़ी संस्थाओं के लिए कितना जरूरी हो गया है। आज के इस जमाने मे अनेक लोग डेटा चोरी करके लोगो को लूट रहे है। यहा तक कि बैंक खातो , कंपनियों के डाटा को भी हैक कर लिया जाता है और इसके बदले में कंपनियों से करोड़ो अरबों रुपये की मांग की जाती है। हमारे लिए ये एक चिंता का विषय है। इसे सुक्षित रखने के लिए हमे साइबर सुरक्षा को और बढ़ाना होगा। दिनो-दिन अपराध बढ़ते जा रहे है। इसे रोकने के लिए हमे सतर्क रहना होगा।
1. साइबर सुरक्षा अर्थात् डेटा की सुरक्षा है.
2. साइबर सुरक्षा ऑनलाइन तथा ऑफलाइन तरीको से की जा सकती है.
3. साइबर सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 को लागु किया.
4. साइबर अपराध के अनेक साधन है.जिनके जरिये हमारे डाटा को चोरी किया जाता है.जैसे-स्पैम ईमेल, हैकिंग, फिशिंग, वायरस, रैनसमवेयर को डालना.
5. साइबर अपराधी के खिलाफ भारत सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 के तहत हमें क़ानूनी सहायता मिलती है .
6. साइबर सुरक्षा के लिए हमें अपने खाते के पासवर्ड को कुछ समया अवधि बाद बदलते रहना चाहिए.
7. अपने पुराने खाते को डिलीट कर देना चाहिए.जिसका आप प्रयोग नहीं करते हो.
8. साइबर हमलों में हमारा देश पाचवें स्थान पर है.
9. अपना मोबाइल किसी अनजान व्यक्ति को नहीं देना चाहिए.न ही किसी को कोई पासवर्ड बताना चाहिए.
10. अपने कंपनी के नेटवर्क का साइबर आडिट बीच बीच मे कराते रहना चाहिए एव साइबर एक्सपर्ट की सहायता लेना चाहिए
डेटा को चोरी होने से बचाव के लिए हमारे देश मे कई डिवाइस हार्डवेयर और साफ्टवेयर उपलब्ध है। जिसका प्रयोग कर हम अपने साइबर क्राइम से बचाव कर सकते है। ये डिवाइस हार्डवेयर और साफ्टवेयर हमे साइबर अपराध से बचाते है। इसलिए हमे इनका प्रयोग करना चाहिए। साइबर सुरक्षा के अंतगर्त कई प्रकार के स्तर है। डाटा सुरक्षा (Data Security) एक ऐसी प्रक्रिया जिसमे डिजिटल डाटा (कंप्यूटर द्वारा तैयार की गई जानकारी) को हैक होने से बचाया जाता है। जिसे डाटा सुरक्षा कहते है।
मोबाइल सुरक्षा (Mobile Security),जानकारी सुरक्षा (Information Security), नेटवर्क सुरक्षा (Network Security), अप्लीकेशन सुरक्षा (Application Security), यूज़र सुरक्षा (User Security), आपातकालीन सुरक्षा (Emergency Security) तथा क्लाउड सुरक्षा (Cloud Security) आदि की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इनका उपयोग करने से हमे किसी भी प्रकार से साइबर क्राइम का शिकार नहीं होना पड़ेगा।
भारत एक समय मे बहुत ही पिछड़ा हुआ देश हुआ करता था। आज हमारा देश पिछले कुछ दशको से अन्य देशो की तुलना मे बहुत ही ज्यादा विकास हुआ है। भारत मे प्रौद्योगिकी का सबसे अधिक विकास हो रहा है। इसका अनुमान हम इस बात से लगा सकते है। कि इन्टरनेट का सबसे ज्यादा उपयोग करने वाले देशो मे भारत तीसरे स्थान पर है।
वीसर्व इन्फोसिस्टम्स के नॉर्थ बिज़नस हेड नीरज ओझा ने कहा कि सम्पूर्ण डेटा को यदि हैक कर लिया जाए तो पीछे कुछ ही नहीं बचाता है। आज के जमाने मे रुपयो से साइबर की सुरक्षा अति आवश्यक है। क्योकि पैसो को वापस प्राप्त किया जा सकता है। परंतु यदि किसी का डेटा चुरा लिया जाए तो उसे वापस प्राप्त नहीं किया जा सकता है। उसे हैकर अपने वस मे कर लेता है। और जो भी मिलता है। उसे प्राप्त कर लेता है।
हमारा डेटा चुराने के लिए हैकर कई माध्यमों का उपयोग करते है। जिसमे अधिंकांश मैसेज धोखा-धड़ी और वायरस फिशिंग से होती है। इनके माध्यम से हैकर हमारे सुरक्षित डेटा को चुरा लेते है। कई बार हैकर एक मैसेज भेजते है। जिसमे वे लोगो को लालच देते है। कि आप विजेता रहे है।
आपको 10 लाख रुपये मिलेंगे पैसो को प्राप्त करने के लिए इस लिंक पर कील्क करें। लोग लालच मे आकर कील्क कर देते है। और अपने डेटा को हैक करवा देते है। इसलिए हमे देखना चाहिए। कि पैसे हमारे लिए कहा से आए है। और कैसे आए है। बिना वजह आपको कोई पैसा नहीं भेजता है। इसलिए लालच मे नहीं आए। और इस प्रकार के मैसेज को पुलिस कर्मियों को बताए।
हमारे लिए साइबर सुरक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। अपने डेटा को सुरक्षा प्रदान करने के लिए हमारे लिए सबसे आसानी तरीका हमारे पासवर्ड को समय-समय पर बदलना है। हमे अपना एक ही पासवर्ड नहीं रखना है। क्योकि हैकर जो होते है। वे एक ही पासवर्ड को आसानी से ढूंढ सकते है। यदि हम पासवर्ड को नियमित रूप से अपडेट करते रहे तो हमारा डेटा सुरक्षित रह सकता है। अपना कोई पुराना खाता है। जिसका आप प्रयोग नहीं करते है। उसे हटा दें। हमलावर दूसरे खाते से भी हमारे ऊपर हमला कर सकते है। हमेशा अपने सॉफ्टवेयर्स को अपडेट करते रहें। किसी भी प्रकार की ढील ना दें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें