राशिफल 23 अक्टूबर 2022: आज इस राशि के लोगों पर बरसेंगी खुशियां, जानें कैसा रहेगा आपका दिन

मेष राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कार्य क्षेत्र में प्रगति के अवसर में मिलेंगे। नौकरी में स्थान परिवर्तन की संभावना बन रही है। उच्च अधिकारियों पर आपके कार्य का सकारात्मक असर होने से आप पर प्रसन्न रहेंगे। कारोबार में लाभ प्राप्त करेंगे, लेकिन अनावश्यक खर्च की अधिकता से मन अशांत रहेगा। गुस्से पर काबू रखें। पिता के साथ संबंध प्रेमपूर्ण रहेंगे और उनसे लाभ भी होगा। परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है।

वृषभ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। आय वृद्धि के स्रोत विकसित हो सकते हैं। सरकारी काम पूरे कर सकेंगे। कारोबार में अच्छा लाभ मिलेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा। विदेश यात्रा की संभावना है। बातचीत में संयत रहें। मित्रों से भेंट हो सकती है। व्यस्तता के चलते शारीरिक रूप से स्फूर्ति का अभाव व थकान का अनुभव होगा। संतान के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी और उनके साथ मतभेद भी हो सकता है। ससुराल पक्ष से मधुरता रहेगी।

मिथुन राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। आकस्मिक धन लाभ होने की संभावना है, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। गुस्से पर नियंत्र और वाणी पर संयम रखें, अन्यथा वाद-विवाद हो सकता है। हितशत्रुओं से भी सावधान रहें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। घर-परिवार का माहौल आपके अनुकूल रहेगा, लेकिन आय से अधिक व्यर्थ व्यय पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। बेकर के खर्चे बढ़ सकते हैं।

कर्क राशि :- आज का दिन शुभ रहेगा। मनोरंजन के भरपूर अवसर मिलेंगे। मित्रों के साथ पार्टी या पिकनिक पर जा सकते हैं। कारोबार में लाभ के अवसर रहेंगे। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। परिश्रम की अधिकता रहेगी। वस्त्राभूषण, वाहन तथा भोजन का अच्छा सुख प्राप्त होगा। घर-परिवार से अच्छा सहयोग मिलेगा, जिससे मन प्रफुल्लित रहेगा। महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूर्ण होंगे और नए अनुभव प्राप्त करेंगे। शादीशुदा जीवन अच्छा रहेगा। अचानक धन लाभ के योग हैं।

सिंह राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त होगी। नौकरी और व्यावसायिक स्थल पर वातावरण अनुकूल रहेगा। भाई-बंधुओं का सहयोग मिलेगा। शारीरिक रूप से स्वस्थता और मानसिक रूप से प्रफुल्लता का अनुभव करेंगे। घर का वातावरण आनंदप्रद रहेगा। सकारात्मक विचारधारा से काम करने पर सफलता मिलेगी। दूसरों को उनके कार्यों में सहयोग से प्रसन्नता मिलेगी। खान-पान का ध्यान रखें और यात्रा पर जाने बचें, वरना नुकसान उठाना पड़ सकता है।

कन्या राशि :- विद्याप्राप्ति के लिए आज का दिन अनुकूल है। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। आय में वृद्धि के योग रहेंगे। आर्थिक आयोजन भी अच्छी तरह से होंगे। कुछ पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है। अधिनस्थ कर्मचारियों से इच्छानुसार सहयोग में कमी रहेगी। लालच से दूरी बनाए रखें, अन्यथा कार्यबाधा होने की संभावना रहेगी। वरिष्ठजनों से फटकार मिल सकती है। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों का सहयोग मिलेगा। मौसम के कारण स्वास्थ्य खराब रह सकता है।

तुला राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। आर्थिक लाभ मिलने की संभावना रहेगी। संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकते हैं। माता-पिता और मित्रों से अच्छा सहयोग मिलेगा। खर्चों में वृद्धि होने से मानसिक रूप से भी परेशान रहेंगे। आलस्य, थकान, अशक्ति रहने के कारण अस्वस्थता का अनुभव करेंगे। करेगी। कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव की संभावना रहेगी। अनावश्यक बातों से ध्यान हटाएंगे, तो काम में सफलता मिलेगी। शादीशुदा जिंदगी ठीक रहेगी। यात्रा की संभावना रहेगी।

वृश्चिक राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यवसायी अच्छा लाभ कमाएंगे। आमदनी बढ़ाने के प्रयास सफल होंगे और अनुभवों का लाभ मिलेगा। कारोबार से जुड़ी यात्रा पर जा सकते हैं। सामाजिक रूप से मान-सम्मान में प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। अनावश्यक खर्चों में वृद्धि से मन अशांत रहेगा। परिजनों और मित्रों से सहयोग मिलेगा। भाई-बंधुओं के साथ संबंधों में निकटता आएगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र रहेंगे, सोच-समझकर कार्यों की शुरुआत करें।

धनु राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी, लेकिन अपने प्रयासों से कारोबार में मुनाफा और नौकरी में तरक्की मिलने की संभावना है। कार्यभार की अधिकता रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण और वाणी पर संयम बरतें, अन्यथा किसी से वाद-विवाद हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। खर्च पर संयम रखने से निरर्थक खर्च टाल सकेंगे। बुजुर्गों का मार्गदर्शन लेना अच्छा रहेगा। शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यात्राओं की संभावना रहेगी।

मकर राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। धनप्राप्ति के योग रहेंगे। कारोबार में अच्छा मुनाफा मिलेगा। नौकरी में अफसरों का सहयोग तो मिलेगा, लेकिन स्थान परिवर्तन की संभावना बन रही है। आलस्य और तनाव बढ़ सकता है। मन में शांति एवं प्रसन्नता के भाव रहेंगे। पैसों को लेकर ज्यादा जोखिम न लें। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें। आवश्यक कार्यों को पूर्ण करने में सफल होंगे। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है। परिवार में किसी से मनमुटाव हो सकता है।

कुम्भ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। अनावश्यक खर्च अधिक होंगे, लेकिन आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के अवसर मिलेंगे। परिवारजनों के साथ कलह होने की संभावना है। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। कार्यों को समय पूर्ण करने में कठिनाई हो सकती है। भाई-बंधुओं से इच्छानुसार सहयोग मिलेगा। पहले किए गए कामों के चलते लाभ प्राप्त करेंगे। क्रोध पर नियंत्रण और वाणी पर संयम रखें। वाहन चलाते समय सावधान रहना आवश्यक है।

मीन राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कारोबार में आर्थिक लाभ मिलने की संभावना रहेगी। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा और तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। आर्थिक योजनाएं भी सफलतापूर्वक संपन्न कर सकेंगे। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। मित्रों के साथ आनंदपूर्वक समय बिता सकते हैं। आशा-निराशा के मिश्रित भाव मन में रहेंगे। नौकरी में आपको नई जिम्मेदारी मिल सकती है। व्यापार में ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। मित्रों से सहयोग मिलेगा।

16 सितंबर 2022 राशिफल: जानिए क्या कहती है आपकी राशि, कैसा रहेगा आपका दिन



मेष राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी, जिससे समाज में मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार और नौकरी में सहयोगियों का पूरा सहयोग मिलेगा। कठिन परिश्रम से सभी कार्य सफल होंगे। अनावश्यक खर्च की अधिकता रहेगी। विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई में मन लगाना मुश्किल होगा। कार्यभार बढऩे से मानसिक और शारीरिक रूप से थकान का अनुभव करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और यात्रा पर जाने से बचें।


वृषभ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार में उतार-चढ़ाव रहेगा और व्यर्थ के कामों में अधिक समय खराब हो सकता है। बुजुर्गों की सलाह लेकर काम करेंगे, तो सफलता के साथ ज्यादा लाभ के अवसर मिलेंगे। प्रलोभन के चक्कर में न पड़ें तो बेहतर रहेगा। सहकर्मियों का पूरा सहयोग नहीं मिल पाएगा, जिससे कार्यक्षेत्र में निराशा का सामना करना पड़ सकता है। परिजनों के साथ कहीं घूमने जाने की योजना बनाते हैं तो अच्छा होगा। लेन-देन से बचना होगा। परिवार में शांति का माहौल रहेगा।


मिथुन राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कारोबार में अच्छा लाभ मिलने की संभावना है। कठिन परिश्रम से अच्छे व अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें, अन्यथा व्यवसाय में नुकसान हो सकता है और नौकरी में अधिकारियों की डांट खानी पड़ सकती है। कार्य स्थल पर सहकर्मियों का पूरा सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है। परिवार में खुशनुमा माहौल रहेगा। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।


कर्क राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में परिश्रम से धनलाभ के अवसर सुलभ होंगे। मन में उत्साह और शरीर में नई ऊर्जा का अनुभव करेंगे। अनैतिक रूप से धन कमाने के प्रयास लाभ तो देंगे, लेकिन बाद में समस्या खड़ी कर सकते हैं। नौकरी वाले लोग अधिकारी वर्ग से सतर्क रहें। व्यापार-धंधा अच्छा चलेगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। परिवार के साथ भी अच्छा समय व्यतीत होगा। महमानों का आगमन होगा। खान-पान का ध्यान रखें, यात्रा को टालें।


सिंह राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्य-व्यवसाय में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे मन बेचैन रहेगा और किसी कार्य को करने में मन नहीं लगेगा। धन की आमद सामान्य रहेगी। कारोबार में जोखिम लेने से बचना होगा, अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता है। सहकर्मी सामने से हितैषी बनेंगे, लेकिन पीछे से गड़बड़ कर सकते है। परिवार के साथ सम्बन्ध अच्छा रहेगा। बाहर घूमने जाने का अवसर मिल सकता है। अनावश्यक नोक-झोंक से दूर रहें।


कन्या राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। आय-व्यय में संतुलन बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में मंदी का सामना करना पड़ सकता है। नए कार्यों की शुरुआत कर सकते हैं। नए लोगों से सम्पर्क बढ़ेगा। जमीन-जायदाद संबंधी मामले निपटेंगे। परिवार के सदस्यों को पूरा सहयोग मिलेगा। व्यापारी धन की उगाही को लेकर चिंतित रहेंगे। क्रोध पर नियंत्रण रखने से बेवजह के विवाद से बच सकते हैं। परिवार में कलह होने की संभावना रहेगी। खान-पान पर नियंत्रण रखें।


तुला राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। परिश्रम से सभी कामों में सफलता मिलेगी और बिगड़े हुए काम बन सकते हैं। कारोबार में आर्थिक लाभ और नौकरी में तरक्की के योग रहेंगे, लेकिन खर्च की अधिकता से चिंता बढ़ जाएगी। विपरीत लिंगीय से बातचीत करते समय सावधान रहें। गलत शब्दों का प्रयोग परेशानी में डाल सकता है। सामाजिक कार्यों में रुचि बनी रहेगी। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है। वाद-विवाद में न पड़ें।


वृश्चिक राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। मेहनत के बेहतर परिणाम सामने आएंगे। शरीर में नया जोश और उत्साह देखने को मिलेगा और सभी कार्य आसानी से पूरा करेंगे। रुके हुए काम भी पूरे हो सकते हैं। प्रॉपर्टी में निवेश फायदेमंद रहेगा। नौकरी में तरक्की के अवसर मिलेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त होगी। दैनिक कार्यों से समय निकालकर पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों में शामिल हो सकते हैं, जिससे समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।


धनु राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कठिन परिश्रम के बावजूद कार्यों में आशानुरूप सफलता नहीं मिलेगी, जिससे मन उदास रह सकता है। स्वास्थ्य एवं अन्य घरेलू समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। नौकरी अथवा व्यवसाय में भी सफलता के अवसर तो मिलेंगे, लेकिन कार्यभार की अधिकता से ऐसे मौके हाथ से निकल सकते हैं। परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। दोस्तों के साथ मनमुटाव हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और यात्रा पर जाने से बचें।


मकर राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कारोबार में मुनाफा रहेगा। आकस्मिक धनलाभ के योग रहेंगे। कार्यभार की अधिकता रहेगी और मेहनत का प्रतिफल भी प्राप्त होगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय लेने बचें, वरना मौका हाथ से निकल सकता है। शेयर बाजार और प्रॉपर्टी में निवेश से अच्छा लाभ मिल सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। बुजुर्गों कि सेवा करने से शुभ फल प्राप्त होगा। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा, परिजनों के साथ पिकनिक पर जा सकते हैं।


कुम्भ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार अच्छा चलेगा, लेकिन कार्यभार की अधिकता से तनाव भी बढ़ेगी। कठिन परिश्रम से कार्यों में सफलता मिलेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। क्रोध पर नियंत्रण और वाणी पर संयम रखें, अन्यथा वाद-विवाद में फंस सकते हैं। परिवार में कलह हो सकती है। निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। परिजनों और मित्रों को पूरा सहयोग मिलेगा। परिजनों के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है।


मीन राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कारोबार अच्छा रहेगा, लेकिन अनावश्यक खर्च भी बढ़ेंगे, जिससे आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। स्वभाव में कठोरता और रुखेपन पर नियंत्रण रखने की जरूरत है, अन्यथा पूरा दिन खराब हो सकता है। बेवजह लोगों से विवाद होने की संभावना रहेगी। यात्रा लाभकारी साबित हो सकती है। काम के प्रति जिम्मेदारी को समझें और रुके हुए अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाएं। रोजगार के नए अवसर मिल सकते हैं। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

16 सितंबर 2022 राशिफल: जानिए क्या कहती है आपकी राशि, कैसा रहेगा आपका दिन

 

मेष राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। जरूरी काम बनने से लाभदायक अवसरों की प्राप्ति होगी। रुका हुआ धन हाथ लगेगा। अच्छी खबर भी मिलने के योग हैं। उच्च पदाधिकारी और बुजुर्ग वर्ग की कृपादृष्टि रहेगी। सभी काम सरलता से संपन्न होते हुए प्रतीत होंगे। नौकरी-व्यवसाय के क्षेत्र में परिस्थिति अनुकूल रहेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मान-सम्मान बढ़ेगा। यात्रा पर जाने से बचें और खाना-पान का ध्यान रखें।

वृषभ राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में काम का प्रेशर बढ़ेगा। सूझ-बूझ से काम लेंगे, तो तनाव में कमी आएगी। कहीं घूमने जाने की योजना बना सकते हैं। नौकरी में उच्च पदाधिकारियों के साथ वाद-विवाद होने से उनकी नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। प्रतिस्पर्धी सिर उठा सकते हैं। नकारात्मक विचारों को मन पर हावी न होने दें। सरकारी काम में अड़चन आ सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

मिथुन राशि :- आज का दिन आध्यात्मिक दृष्टि से अनोखी अनुभूति कराने वाला साबित हो सकता है। नए कार्य की शुरुआत के लिए शुभ समय नहीं है। मेहनत करने से काम जल्दी पूरा करेंगे, शासन-सत्ता का सहयोग मिलेगा। अनावश्यक कार्यों पर खर्च करना पड़ेगा, जिससे आर्थिक परेशान हो सकती है। गूढ़ और रहस्यमय विद्याएं सीखने में विशेष रुचि ले सकते हैं। आध्यात्मिक सिद्धियां मिलने का योग है।

कर्क राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। परिश्रम से सफलता मिलेगी और उत्साह व ऊर्जा से भरपूर रहेंगे। विकास कार्यों में सफलता मिलेगी, ऑफिस में अधिकारी सहयोग करेंगे। आकस्मिक धन लाभ का योग है। व्यापारियों के व्यापार में वृद्धि होगी। किसी ऐसी व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है जो कोई महत्वपूर्ण सलाह दे सकता है। दांपत्यजीवन का विशेष आनंद मिलेगा। स्नेहीजनों के साथ समय बिताएंगे।

सिंह राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। इस खबर से कोई बड़ी समस्या समाप्त हो सकती है। कार्य में सफलता और यश एवं कीर्ति प्राप्त होने की संभावना रहेगी। घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहेंगे। आर्थिक लाभ की संभावनाएं हैं। आज खर्च बढ़ेंगे। कानूनी फंदे में फंस सकते हैं, इसलिए सूझ-बूझ से काम लें।

कन्या राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, मगर लेन-देन में सावधानी रखें। परिजनों से विवाद हो सकता है। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। वाणी पर संयम रखें और दूसरों की बात को नजरअंदाज करने का प्रयास करें। दोस्तों और परिजनों के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं। आकस्मिक खर्च हो सकता है। धार्मिक व्यक्ति के दार्शनिक विचारों को सुनेंगे, तो शांत व सहज रहेंगे।

तुला राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कार्यों में सफलता से मनोबल में वृद्धि होगी। धनलाभ और प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। जमीन, मकान, वाहन आदि में निवेश लाभदायक सिद्ध होगा। दोस्तों से निराशा मिल सकती है, लेकिन परिजनों का भरपूर सहयोग रहेगा। अपना काम स्वयं ही निपटाएं। दूसरों के भरोसे रहना ठीक नहीं होगा। सेहत को लेकर सावधानी बरतें। परिवार का वातावारण आपके अनुकूल रहेगा।

वृश्चिक राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। राजनीतिक क्षेत्र में उन्नति होगी, ठोस संगठन से जुडऩे के योग हैं। जीवन ध्येय पूरा करने के मौके मिलेंगे, पद लाभ मिलेगा। खुद को मानसिक रूप से शांत महसूस करेंगे और दुनिया के शोर-शराबे से दूर रहेंगे। अपने भविष्य को लेकर कुछ विचार-विमर्श कर सकते हैं। परिजनों के साथ व्यतीत होगा और उनके द्वारा लाभ भी मिलेगा। प्रतिस्पर्धियों परास्त करेंगे।

धनु राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। आर्थिक लाभ की संभावना है। अपने प्रयासों से अर्थ क्षेत्र में सुधार आएगा। व्यवहार उदार रहेगा, व्यावसायिक योजना फलीभूत होंगी। कहीं यात्रा पर जा सकते हैं। यह यात्रा परिवारजनों या दोस्तों के साथ हो सकती है। मानिसक रूप से शांति मिलेगी। नए कार्य का प्रारंभ न करें। वाणी पर संयम रखने से परिजनों के साथ वाद-विवाद नहीं होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

मकर राशि :- आज का दिन आमोद-प्रमोद में व्यतीत होगा। संपत्ति संबंधी कार्य बनेंगे, कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ सहयोग करेंगे। शारीरिक और मानसिक प्रसन्नता रहेगी। प्रिय व्यक्तियों के साथ मुलाकात आनंददायक रहेगी। कोई शुभ समाचार मिलेगा। कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। यह निर्णय लेते समय पर खुद पर भरोसा रखें। दूसरों की सलाह लें, लेकिन अंतिम फैसला स्वयं करें। कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है।

कुम्भ राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। आर्थिक क्षेत्र में थोड़ा निराशा महसूस कर सकते हैं। सिद्धान्तों पर डटे रहेंगे और कार्यक्षेत्र में अपनी शर्तों पर काम करेंगे। अपनी समस्या का समाधान ढूंढने का प्रयास करें। इसमें किसी जानकार की सलाह भी ले सकते हैं। परिवार के सदस्यों के साथ मनमुटाव हो सकते हैं। स्वभाव में क्रोध और आवेश रह सकता है। वाणी-व्यवहार में संयम रखें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।

मीन राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार में धन लाभ की संभावना है। संबंधियों के साथ की मुलाकात आनंदित करेगी। सामाजिक क्षेत्र में नौकरी व्यवसाय में लाभ मिलेगा। परिवार में खुशियों भरा माहौल रहेगा, लेकिन परिजन किसी तनावपूर्ण स्थिति में डाल सकते हैं। घर में मेहमानों का भी आना-जाना हो सकता है। किसी ऐसी वस्तु की खरीदारी कर सकते हैं, जो भविष्य में लाभ देगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

मिया खलीफा ने बिना कपड़े पहने बेड से शेयर की तस्वीर, देखकर खुल रह जाएगी आंखें




मुंबई: मिया खलीफा अपने इंस्टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती हैं वह अक्सर अपनी नई-नई तस्वीरें शेयर करती रहती हैं. आज के समय में उनकी बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है. इंस्टाग्राम पर मिया खलीफा के लाखों फॉलोअर्स हैं. मिया ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक किस्सा शेयर किया है, जिसकी हार की खूब चर्चा हो रही है. इस तस्वीर ने सभी को हैरान कर दिया है। उनके इस लुक ने सभी को हैरान कर दिया है. आपको बता दें कि वह अक्सर अपने इंस्टाग्राम पर अपनी नई-नई तस्वीरें शेयर करती रहती हैं. उनके फैन्स को भी उनकी ये तस्वीरें काफी पसंद आती हैं. इस तस्वीर में उनका बेहद हैरान कर देने वाला अवतार सामने आया है.


इस तस्वीर में वह आईने पर सेल्फी लेती नजर आ रही हैं। खास बात यह है कि वह बिना कपड़ों के बेड पर बैठी मिरर सेल्फी लेती नजर आ रही हैं। इसमें मिया खलीफा बेहद खूबसूरत लग रही हैं. उनके बाल खुले हुए हैं और वह बेडशीट पर बेड पर बैठी नजर आ रही हैं. इसमें उनका क्यूट अंदाज भी नजर आ रहा है. आपको बता दें कि कुछ ही समय में उनकी यह तस्वीर लोगों के बीच काफी तेजी से फैल गई है. कई लोग उनकी इस तस्वीर को शेयर कर रहे हैं.

बता दें कि मिया खलीफा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं वह अक्सर अपनी नई-नई तस्वीरें शेयर करती रहती हैं. उनके सभी फैंस उनकी तस्वीरों को खूब पसंद भी करते हैं.

घर में भगवान शिव की प्रतिमा लगाने के लिए वास्तुशास्त्र के नियमों का ध्यान रखें


नई दिल्ली : घर में देवी-देवताओं की प्रतिमा या तस्वीर लगाने के बारे में वास्तुशास्त्र में बड़ी ही सावधानी के साथ बताया गया है! इसी के मद्देनजर घर में भगवान शिव की प्रतिमा या तस्वीर लगाते समय भी हमें इन बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए जिससे हमें इनका शुभ फल प्राप्त हो सके!  


भगवान शिव की इस दिशा में प्रतिमा या तस्वीर लगाना माना जाता है शुभ: घर में भगवान शिव की प्रतिमा या तस्वीर लगाने की सबसे उत्तम दिशा उत्तर दिशा होती है! ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव का निवास स्थान कैलाश पर्वत उत्तर दिशा में है इसीलिए घर में भगवान शिव की प्रतिमा या तस्वीर उत्तर दिशा में लगाने की सलाह दी जाती है! ऐसा करने से घर में एक विशेष तरह की ऊर्जा घर में संचरित होती है!


घर में भगवान शिव की ऐसी तस्वीर लगाना होता है शुभ: घर में भगवान शिव की ऐसी प्रतिमा या तस्वीर लगानी चाहिए जिसमें वह प्रसन्न मुद्रा में बैठे हुए हों या नंदी बैल के साथ ध्यान मुद्रा में बैठे हुए हों! ऐसी तस्वीर लगाने से घर के सदस्यों में आपसी प्रेम बढ़ता है!


बहुत ही शुभ मानी जाती है भगवान शिव की ऐसी प्रतिमा: वास्तुशास्त्र के मुताबिक भगवान शिव की ऐसी प्रतिमा या तस्वीर जिसमें वह अपने पूरे परिवार के साथ यानी कि जिसमें बैठे हुए भगवान के शिव के साथ माता पार्वती, उनके दोनों पुत्र (भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश) हों तो ऐसी प्रतिमा या तस्वीर घर में लगाने से परिवार के सभी कार्य पूरे होते हैं और परिवार में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं!


इसका भी रखें खास ध्यान: घर में भगवान शिव की प्रतिमा या तस्वीर लगाते समय इन बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. जैसे-


भगवान शिव की नटराज वाली मूर्ति या तस्वीर घर या ऑफिस में कदापि नहीं रखनी चाहिए!

भगवान शिव के रौद्र रूप वाली या खड़ी मुद्रा वाली प्रतिमा या तस्वीर को कभी भी घर या ऑफिस में नहीं लगाना चाहिए!

घर में प्रतिमा या तस्वीर वाली जगह साफ-सुथरा होनी चाहिए!

आवारा पशुओं का आतंक, चौपट हो रही अन्नदाता की फसल, कुछ तो सोचो सरकार…?

विनीत कुमार वर्मा

हैदरगढ़: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद जब स्लाटर हाउस पर पाबंदी की खबर आई थी। तब लोगों को लगा कि अब रामराज आ जाएगा। लेकिन इसके कुछ ही दिन बाद इसका दुष्परिणाम भी सामने आ गया। जिसको लेकर अब ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसान खासकर परेशान हैं। जो इन दिनों किसानों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। ये पशु मौजूदा समय में झुण्ड के झुण्ड घुम रहे हैं। और सिर्फ घुम ही नहीं रहे हैं बल्कि किसानों के खेतों में घुस कर उनकी पूरी मेहनत पर पानी फेरते हुए उनकी खेती चर दे रहे हैं।

जहां आमजन रात के समय घरों में चैन की नींद सोए रहते है, वहीं किसानों को अपनी फसलें बचाने के लिए दिन रात खेतों में पहरेदारी करनी पड़ रही है। दिन-रात जागकर फसलों की रखवाली करने के बावजूद इन किसानों को बेसहारा पशुओं से अपनी फसलें बचाना मुश्किल होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ क्षेत्र के इलियासपुर और कबूलपुर गांव में अब लोग आधी रात को सोते नहीं बल्कि अपने खेतों की पहरेदारी करते हैं। ताकि कोई गाय-सांड उनकी फसलों को नुकसान ना पहुंचा दे। इस इलाके में कई बार ऐसा हुआ है कि रात को गाय-बैल के झुंड ने फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।

दरअसल, इस क्षेत्र में एक-दो-दस-बीस या सौ पचास नहीं इलाके में ऐसे हजारों लावारिस गोवंश का झुंड तैयार हो गया है जिनका कोई मालिक नहीं है ना ही कोई ठिकाना है। इसमें ज्यादातर ऐसे बैल हैं जो खेती किसानी में उपयोगी नहीं रहे, ऐसी गायें भी हैं जो अब दूध नहीं दे सकती, ऐसे में इनके खाने का खर्च किसानों पर बोझ बन गया तो इन्हें लावारिस छोड़ दिया गया। लिहाजा गोवंश का ये झुंड एक गांव से दूसरे गांव खाने की तलाश भटकता रहता है और जहां भी फसल मिलती उस पर टूट पड़ता है।

ये हालात सिर्फ इलियासपुर और कबूलपुर गांव के नहीं है, बल्कि पूरे बाराबंकी जनपद में आवारा मवेशियों का आतंक है। लावारिस गोवंश का ये झुंड रात के वक्त ही खेतों पर धावा बोलता है, लिहाजा किसान रात-रात भर जागकर अपने खेतों में मचान पर चढ़कर पहरा देते हैं। आधे घंटे की चूक भी इनकी महीनों की मेहनत को मिट्टी में मिला सकती है। इसलिए घर के बुजुर्गों से लेकर बच्चे तक बारी-बारी से इस पहरेदारी में शामिल होते हैं।

हादसों का पर्याय बने आवारा पशु

क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे आवारा पशुओं के कारण हादसों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। गलियों व सड़कों के किनारे घूम रहे आवारा पशु अचानक भागकर सड़कों पर आ जाते है। जिससे दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो जाते है। वहीं बड़े वाहन की चपेट में आने से कई बार पशु भी गंभीर रूप से जख्मी हो जाते है।

शनिवार को करें यह उपाय, दूर होगी आर्थिक तंगी और घर में क्लेश


धर्मग्रंथों के अनुसार जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां रोग, दोष या क्लेश नहीं होता वहां हमेशा सुख-समृद्धि का वास होता है। इसीलिए प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करने का भी विधान है। प्राचीन काल से ही यह परंपरा चली आ रही है कि घर में तुलसी का पौधा होना चाहिए।

शास्त्रों में तुलसी को पूजनीय, पवित्र और देवी स्वरूप माना गया है, इस कारण घर में तुलसी हो तो कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। यदि ये बातें ध्यान रखी जाती हैं तो सभी देवी-देवताओं की विशेष कृपा हमारे घर पर बनी रहती है। घर में सकारात्मक और सुखद वातावरण बना रहता है, पैसों की कमी नहीं आती है और परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।

इससे पैसों से सम्बन्धित परेशानियां दूर हो जाती है। इसके इलावा घर के लोगों के बीच हो रहे झगडे, मन मुटाव और क्लेश भी दूर हो जाता है। हर घर में पैसों को लेकर समस्याएं आती ही रहती है। हम चाहे कितना भी कमा ले पर फिर भी पैसो की तंगी कभी पूरी ही नहीं होती। ऐसे में तुलसी का ये उपाय एक रामबाण उपाय है। वैसे इस उपाय को करना बेहद आसान है। साथ ही इस उपाय को करने से इसका असर भी तुरंत दिखता है। इससे पैसों से सम्बन्धित परेशानियां दूर हो जाती है।

इसके इलावा घर के लोगों के बीच हो रहे झगडे, मन मुटाव और क्लेश भी दूर हो जाता है। इसमें पहले उपाय के अनुसार यदि आप शनिवार को आटा पिसवाने जाए तो जाते समय थोड़े से गेहूं में 100 ग्राम काले चने, 11 तुलसी के पत्ते और उसमे दो दाने केसर के मिला ले। अब इस सामग्री को बाकी गेहूं में मिला कर पिसवा ले.। इसके इलावा केवल शनिवार को ही आटा पिसवाएं। इस उपाय को करने के बाद ही आपको तुरंत इसका असर दिखने लगेगा।

इसके इलावा शनिवार को काले कुत्ते को सरसो के तेल से चुपड़ी रोटी खिलाने से भी धन में वृद्धि होती है। साथ ही शनिवार को पीपल के पेड़ में देसी घी का दीपक जलाने से भी मनोकामनाए पूरी होती है।गौरतलब है, कि तुलसी के पौधे पर प्रतिदिन सुबह शाम दीपक जलाने से भी व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती है।

कई बीमारियों से निजात दिलाता है तीन मुखी रुद्राक्ष, जानिए और फायदे


रुद्राक्ष दो शब्दों के मेल से बना है पहला रूद्र का अर्थ होता है भगवान शिव और दूसरा अक्ष इसका अर्थ होता है आंसू| माना जाता है की रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है| रुद्राक्ष भगवान शिव के नेत्रों से प्रकट हुई वह मोती स्वरूप बूँदें हैं जिसे ग्रहण करके समस्त प्रकृति में आलौकिक शक्ति प्रवाहित हुई तथा मानव के हृदय में पहुँचकर उसे जागृत करने में सहायक हो सकी| 

रूद्राक्ष का बहुत अधिक महत्व होता है तथा हमारे धर्म एवं हमारी आस्था में रूद्राक्ष का उच्च स्थान है। रूद्राक्ष की महिमा का वर्णन शिवपुराण, रूद्रपुराण, लिंगपुराण श्रीमद्भागवत गीता में पूर्ण रूप से मिलता है। सभी जानते हैं कि रूद्राक्ष को भगवान शिव का पूर्ण प्रतिनिधित्व प्राप्त है।

रूद्राक्ष का उपयोग केवल धारण करने में ही नहीं होता है अपितु हम रूद्राक्ष के माध्यम से किसी भी प्रकार के रोग कुछ ही समय में पूर्णरूप से मुक्ति प्राप्त कर सकते है। ज्योतिष के आधार पर किसी भी ग्रह की शांति के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। असली रत्न अत्यधिक मंहगा होने के कारण हर व्यक्ति धारण नहीं कर सकता।

रुद्राक्ष के मुखो की संख्या रुद्राक्ष की फलश्रुति निर्धारित करती है। वैसे तो 1 मुखी से 21 मुखी तक के सभी रुद्राक्ष लोकप्रिय है। निर्णय सिंधु के अनुसार अग्निसम्भूत त्रिमुखी स्तत्र यानि तीन मुखी रुद्राक्ष अग्नि से उत्पन्न हुआ है और यह पापों को नष्ट करने वाला है। पंच तत्वों में अग्नि का स्थान विशिष्ट है। तीन मुखी रुद्राक्ष स्वंय में बृह्मा, विष्णु और महेश को धारण करता है, वह जठराग्नि, बड़वाग्नि और दावाग्नि समस्त से मनुष्य की रक्षा करता है। 

इसकी शक्ति से कौनसी बीमारिया पल भर में ठीक हो जाती है। सबसे पहले तीनमुखी रुद्राक्ष की विशेषताएं... -यह त्रिदोषों का नाशक है यानि कफ, पित्त और वात का नाश करता है। -यह तीन वरणों यानि स्वर, व्यंजन और विसर्ग पर मनुष्य को अथॉरिटी देता है। यह मनुष्य की तीनों ऐष्णाओं की पूर्ति करता हैः तीन ऐष्णाएं हैं धन, पुत्र और लोक। -यह तीनों नाड़ियों को नियंत्रित करता हैः तीन नाड़ियां हैं आदि, अंत और मध्य। यह तीनों लिंग के लोगों द्वारा पहना जा सकता हैः तीन लिंग हैं- पुरुष, स्त्री और उभय।






चमत्कारों और रहस्यों से भरी हुई है माता वैष्णों देवी की यह गुफा

लखनऊ: वैष्णो देवी मंदिर शक्ति को समर्पित एक पवित्रतम हिंदू मंदिर है, जो भारत के जम्मू और कश्मीर में वैष्णो देवी की पहाड़ी पर स्थित है। हिंदू धर्म में वैष्णो देवी, जो माता रानी और वैष्णवी के रूप में भी जानी जाती हैं, देवी मां का अवतार हैं। 

वैष्णो देवी मंदिर जम्मू-कश्मीर की त्रिकुटा पहाड़ियों पर बसा है। हर साल लाखों भक्त यहां की यात्रा करते हैं। जितना महत्व वैष्णो देवी का है, उतना ही महत्व यहां की गुफा का भी है। देवी के मंदिर तक पहुंचने के लिए एक प्राचीन गुफा का प्रयोग किया जाता था। यह गुफा बहुत ही चमत्कारी और रहस्यों से भरी हुई है।

सबसे पहली बात यह है कि माता वैष्‍णो देवी के दर्शन के ल‌िए वर्तमान में ज‌िस रास्ते का इस्तेमाल क‌िया जाता है, वह गुफा में प्रवेश का प्राकृत‌िक रास्ता नहीं है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए कृत्र‌िम रास्ते का न‌िर्माण 1977 में ‌‌क‌िया गया। वर्तमान में इसी रास्ते से श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचते हैं।

क‌िस्मत वाले भक्तों को प्राचीन गुफा से आज भी माता के भवन में प्रवेश का सौभाग्य म‌िल जाता है। यहां पर न‌ियम है क‌ि जब कभी भी दस हजार के कम श्रद्धालु होते हैं तब प्राचीन गुफा का द्वार खोल द‌िया जाता है। मां माता वैष्णो देवी के दरबार में प्राचीन गुफा का काफी महत्व है। मान्यता है कि प्राचीन गुफा के अंदर भैरव का शरीर मौजूद है। माता ने यहीं पर भैरव को अपने त्र‌िशूल से मारा था और उसका सिर उड़कर भैरव घाटी में चला गया और शरीर यहां रह गया।

प्राचीन गुफा का महत्व इसल‌िए भी है क्योंक‌ि इसमें प‌व‌ित्र गंगा जल प्रवाह‌ित होता रहता है। इस जल से पवित्र होकर माता के दरबार में पहुंचने का विशेष महत्व माना जाता है। वैष्‍णो देवी मंदिर तक पहुंचने वाली घाटी में कई पड़ाव भी हैं, जिनमें से एक है आद‌ि कुंवारी या आद्यकुंवारी। यहीं एक और गुफा भी है, ज‌िसे गर्भजून के नाम से जाना जाता है। गर्भजून गुफा को लेकर मान्यता है क‌ि माता यहां 9 महीने तक उसी प्रकार रही ‌‌‌थी जैसे एक श‌िशु माता के गर्भ में 9 महीने तक रहता है।

गर्भजून गुफा को लेकर माना जाता है कि इस गुफा में जाने से मनुष्य को फ‌िर गर्भ में नहीं जाना पड़ता है। अगर मनुष्य गर्भ में आता भी है तो गर्भ में उसे कष्ट नहीं उठाना पड़ता है और उसका जन्म सुख एवं वैभव से भरा होता है।

शहतूत के फायदे सुनकर हैरत में पड़ जाएंगे आप


 लखनऊ: मीठा-मीठा शहतूत खाना सबको अच्छा लगता है लेकिन शायद आप इसकी खूबियों में बारे में नहीं जानते होंगे। शहतूत सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में शहतूत के कई फायदों के बारे में बताया गया है। शहतूत में मौजूद गुण शरीर में पानी की कमी को दूर करके प्यास को बुझाते हैं। गर्मी के मौसम में शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है और इस के सेवन से पानी की कमी को दूर किया जा सकता है। इसमें पोटैशियम, विटामिन ए और फॉस्फोरस काफी पाया जाता है। 


औषधीय गुणों से भरपूर शहतूत का सेवन करने वाले व्‍यक्तियों की आंखों की रोशनी हमेशा तेज रहती है।  शहतूत की तासीर ठंडी होती है। इसलिए गर्मी के दिनों में शहतूत के रस में चीनी मिलाकर पीते रहना चाहिए। रस से भरे होने के कारण यह सनस्‍ट्रोक से बचाते हैं। शहतूत का शरबत बनाकर पीने से कैंसर जैसी बीमारी दूर रहती है। इसको खाते रहने से पाचन शक्ति अच्छी रहती है। ये सर्दी-जुकाम में भी बेहद फायदेमंद है। शहतूत दिल के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। शहतूत का रस पीने से  कोलेस्‍ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है। लीवर से जुड़ी बीमारियों में राहत देने के लिए शहतूत काफी अच्छा है। किडनी के रोगी भी यदि इसका सेवन करें तो वे भी ठीक हो सकते हैं। यह एक बेहतरीन एनर्जी फूड माना जाता है। इसका सेवन करते रहने से शरीर की थकान दूर होती है।

शहतूत में ऐसे कई लाभदायक गुण हैं जो कई बीमारियों में वरदान साबित हो सकते हैं। उसमें पाए जाने वाले रेजवर्टेरोल के बारे में माना जाता है कि यह शरीर में फैले प्रदूषण को साफ  करके संक्रमित चीजों को बाहर निकालता है। शहतूत में एंटी एज यानी उम्र को रोकने वाला गुण होता है। साथ ही यह त्वचा को जवानी की तरह जवां बना देता है और झुर्रियों को चेहरे से गायब कर देता है। अगर आप भी झुर्रियों से परेशान हैं तो इसके  लिए आप शहतूत का जूस पीजिए। आपके चेहरे पर निखार आएगा और साथ ही त्वचा सुंदर हो जाएगी। 

शहतूत बालों में भी भूरापन लाता है, क्योंकि उसमें 79 प्रतिशत ज्यादा एंटीआक्सीडेंट पाया जाता है, जो बालों के लिए अच्छा होता है। शहतूत में रेजवर्टेरोल पाया जाता है जो स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है। इतना ही नहीं, शहतूत में ऐसे कई गुण पाए जाते हैं, जैसे, आंखों की गड़बड़ी ठीक करना, लंग कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से बचा जा सकता है। मुहासों से परेशान लोगों के लिए तो यह रामबाण है। शहतूत की छाल और नीम की छाल को पीसकर मुहासे पर लगाने से जल्‍दी आराम मिलता है। गर्मियों में शहतूत के सेवन से लू लगने का खतरा कम हो जाता है।

शहतूत में विटामिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, ग्लूकोज, मिनरल, फाइबर, फॉलिक एसिड आदि जैसे पौष्टिक तत्त्व होते हैं। ऐसे में यह कई रोगों से निजात दिलाने में कारगर है। उदर रोगों, मस्तिष्क रोगों, डायरिया, उल्टी, दस्त और कैंसर जैसी बीमारियों के दौरान अन्य फलों के अलावा शहतूत का सेवन करना भी बहुत कारगर है। इसमें शुगर की मात्रा लगभग 30 प्रतिशत होती है, इस कारण मधुमेह के मरीज भी इसका सेवन कर सकते हैं। शहतूत की पत्तियां और छाल भी सेहत के लिहाज से काफी उपयोगी हैं। गले की खराश और सूजन के दौरान शहतूत की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से राहत मिलती है। दाद और एग्जिमा रोग में इसके पत्तों का लेप लगाने से राहत मिलती है। साथ ही पैर की बिवाइयों में शहतूत के बीजों की लुगदी लगाने से लाभ मिलता है।

शहतूत रोजाना खाने से दूध पिलाने वाली माताओं का दूध बढ़ता है। प्रोटीन और ग्लूकोज शहतूत में अच्छी मात्रा में मिलते हैं। शहतूत के पत्तों पर पानी डालकर, पीसकर, गर्म करके फोड़े पर बांधने से पका हुआ फोड़ा फट जाता है तथा घाव भी भर जाता है।  छाले और गल ग्रन्थिशोध में शहतूत का शर्बत 1 चम्मच 1 कप पानी में मिला कर गरारे करने से लाभ होता है। पित्त और रक्त-विकार को दूर करने के लिए गर्मी के समय दोपहर मे शहतूत खाने चाहिए। पेशाब का रंग पीला हो तो शहतूत के रस में चीनी मिलाकर पीने से रंग साफ हो जाता है। शहतूत के रस में कलमीशोरा को पीसकर नाभि के नीचे लेप करने से पेशाब मे धातु आना बंद हो जाती है।

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हनुमान जी ने नहीं, देवी के इस श्राप के कारण जलकर ख़ाक हो गई सोने की लंका

नई दिल्ली: लंका दहन की बात हो तो जेहन में झट से हनुमान जी का नाम आ जाता है। लेकिन आज हम आपको लंका दहन के बारे में कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं, जो आपने शायद ही पहले कहीं सुना हो। जी हाँ आपको बता दें कि हनुमान ने नहीं बल्कि माता पार्वती के एक श्राप के कारण रावण की सोने की लंका जलकर भष्म हो गई।

पुराणों में उल्लेख है कि एक बार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी भ्रमण के लिए कैलाश पर्वत पहुँचे। दोनों को आता देख भगवान शिव विह्वल हो उठे। उन्होंने अपने कमर पर लिपटे गजचर्म को अपने सर्प से कमरबंद की भाँति लपेट लिया। नजदीक आते ही भगवान शिव ने विष्णु को गले से लगा लिया। परंतु गरूड़ को देखकर शिव-सर्प संकुचित हो गया जिससे उनकी कमरबंद खिसक गई और भगवान भोलेनाथ नग्न हो गए।
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भगवान शिव को नग्न अवस्था में देख लक्ष्मी और पार्वती बड़ी लज्जित हुई और सिर झुकाकर खड़ी हो गई। स्थिति सामान्य होते ही शिव विष्णु से और लक्ष्मी पार्वती से बातें करने लगी। उस दौरान लक्ष्मी शीत से ठिठुर रही थी। जब उनसे न रहा गया तो उन्होंने पार्वती से कहा कि आप राजकुमारी होते हुए भी इस हिम-पर्वत पर इतने ठंड में कैसे रह रहीं हैं? खैर यह बात यही पर समाप्त हो गई और अन्य बातें शुरू हो गईं।

कुछ दिन बीतने के बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के निमंत्रण पर भगवान शिव और पार्वती बैकुण्ठ गए। वहाँ मोतियों की माला और अन्य वैभव देख पार्वती चकित हुए बिना न रह सकी। बातचीत के दौरान लक्ष्मी जी ने पुनः कैलाश पर शीत से ठिठुरने वाली घटना का ज़िक्र कर दिया। लक्ष्मी की बात को व्यंग्य समझ माता पार्वती आहत हो गई और भगवान शिव से अपने लिए भी घर बनाने की ज़िद करने लगी। उसके पश्चात शिव ने विश्वकर्मा को सुवर्ण जड़ित दिव्य भवन निर्मित करने को कहा। विश्वकर्मा ने शीघ्र ही लंका नगर की रचना की जो शुद्ध सोने से बनी थी। पार्वती के निवेदन पर उस नगर का प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया जिसमें समस्त देवी देवताओं को बुलाया गया।

विश्रवा नामक महर्षि ने उस नगर की वास्तुप्रतिष्ठा की। पार्वती ने लक्ष्मी को अपना भवन विशेष चाव से दिखाया। लेकिन जब भगवान शिव ने महर्षि विश्रवा से दक्षिणा माँगने को कहा तो उन्होंने वो नगरी ही माँग ली। शिव ने तत्काल ही स्वर्णनगरी उन्हें दक्षिणा में दे दी। इससे पार्वती बड़ी क्रोधित हुई और उन्होंने विश्रवा को श्राप देते हुए कहा कि तेरी यह नगरी भस्म हो जाएगी। पार्वती के श्राप के कारण ही रावण द्वारा रक्षित वह लंका हनुमान ने फूँक डाली थी।

कहां गायब हो जाता है पातालगंगा का पानी, एक बड़ा रहस्य

स्वर्गलोक, मृत्युलोक और पाताललोक के बारे में तो सभी ने सुना होगा। पातालगंगा इस नाम से तो आप भलि-भांति परीचित होंगे। लेकिन क्या आप इसके अजीबो गरीब रहस्यों के बारे में जानते हैं? आंध्र प्रदेश राज्य में एक गुफा स्थित है। कहा जाता है कि इस गुफा के नीचे से पातालगंगा बहती है। इसके बारे में बड़ी अजीब बात यह है कि आज तक किसी को ये नहीं पता लग पाया है कि वह पानी जाता कहां है।

आंध प्रदेश में स्थित कुरनूल शहर से लगभग 106 किमी की दूरी पर स्थित इस प्राचीन गुफा का नाम बेलम है। सर्वेयर रॉबर्ट ब्रुस नामक एक ब्रिटिश ने इस गुफा की खोज सन् 1884 में की थी। करीब 3229 मीटर लंबी इस गुफा के 150 फीट नीचे से पातालगंगा बहती है। लेकिन क्या आपको पता है कि यह पानी केवल कुछ दूर तक ही दिखाई देता है और आगे जाकर गायब हो जाता है। हालांकि यह पानी आगे जाकर कहां गायब हो जाता है ये बात आज भी एक बड़ा रहस्य है।

पुरातात्विक विशेषज्ञों का मानना है कि हजारों वर्ष पूर्व गुफा के नीचे बहने वाले पानी का फ्लो बहुत तेज होगा इसी कारण इस गुफा का निर्माण हुआ होगा। यह अंदाजा इसलिए लगाया जा रहा है क्योंकि आज भी गुफा के अंदर ऐसे कई चट्टान मौजूद हैं जिनसे पानी गिरता है। इसके अलावा इन गुफाओं में बौद्ध और जैन भिक्षुओं से संबंधित अवशेष मिले हैं जिन्हें म्यूजियम में सुरक्षित रखा गया है।

महाभारत की इन राजकुमारियों ने भी बनाया था अनैतिक सम्बन्ध, वजह जानकार रह जाएंगे हैरान

पौराणिक महाकाव्य महाभारत के बारे में जानता तो हर कोई है। यह एक ऐसा शास्‍त्र है जिसके बारे में सबसे ज्‍यादा चर्चा और बातें की जाती है और इस काव्‍य में कई रहस्‍य है जिनके बारे में आजतक सही-सही पता नहीं लग पाया है या फिर बहुत कम लोगों को ही पता है। उदाहरण के लिए राजकुमारियों ने बनाया था बनाना पड़ा अनैतिक संबंध- मतलब पति के होने के बावजूद इन रानी व पटरानियों ने किसी अन्य के साथ यौन सम्बन्ध बनाकर बच्चों को जन्म दिया।

मत्स्यगंधा जो कि महाभारत की एक प्रमुख पात्र हैं। मत्स्यगंधा बाद में सत्यवती के नाम से जानी गई। सत्यवती बहुत सुन्दर थी, इसी कारण शांतनु उनके रूप पर मोहित हो गए और विवाह कर लिया। विवाह के पश्चात दो पुत्र हुए चित्रांगद और विचित्रवीर्य। सत्यवती के पास एक तीसरा पुत्र भी था जिनका नाम व्यास था। जो बाद में महर्षि व्यास के नाम से जाने गए। सत्यवती ने व्यास को तब जन्म दिया जब वह कुमारी थी। महर्षि व्यास के पिता का नाम ऋषि पराशर था।

महर्षि व्यास ने सत्यवती से जब कहा कि एक राजकुमारी का पुत्र अंधा और दूसरी राजकुमारी का पुत्र रोगी होगा तो सत्यवती ने व्यास से एक बार और राजकुमारियों को व्यास के पास भेजना चाहा, लेकिन राजकुमारियां डर गई थी इसलिए उन्होंने अपनी दासी को व्यास के पास भेज दिया। दासी ने व्यास से गर्भधारण किया जिससे स्वस्थ और ज्ञानी पुत्र विदुर का जन्म हुआ।

सत्यवती के पुत्र चित्रांगद और विचित्रवीर्य का विवाह अंबिका और अंबालिका से हुआ, परन्तु विवाह के कुछ ही दिनों बाद चित्रांगद और विचित्रवीर्य की मृत्यु हो गई। भीष्म ने आजीवन विवाह नहीं करने की प्रतिज्ञा की थी। अपनी वंश-रेखा को मिटते देख सत्यवती ने इन दोनों राजकुमारियों को अपने तीसरे पुत्र व्यास से संतान उत्पन्न करने के लिए कहा। सत्यवती की आज्ञा से इन दोनों राजकुमारियों ने महर्षि व्यास से गर्भ धारण किया जिससे धृतराष्ट्र और पाण्डु का जन्म हुआ।

कुंती के नाम से तो हर कोई वाकिफ है। राजकुमारी कुंती की जो बाद में महाराज पांडु की पत्नी और कुरूवंश की महारानी बनी। एक ऋषि के शाप से पांडु की कोई संतान नहीं थी। तब पांडु की आज्ञा से कुंती ने, पवनदेव और इंद्र से गर्भ धारण किया और तीन पुत्रों को जन्म दिया जो युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन कहलाए। पांड़ु की एक अन्य पत्नी थी मादरी। पांड़ु की आज्ञा से इन्होंने अश्विनी कुमारों का आह्वान किया और उनसे नकुल और सहदेव को जन्म दिया।