देखने को बहुत कुछ है नवाबों के शहर में

देश के प्रमुख ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ महत्वपूर्ण स्थान रखती है। नवाबों के शहर के नाम से मशहूर लखनऊ हमेशा से देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ खींचता रहा है। अपनी नजाकत के लिए दुनियाभर में मशहूर लखनऊ गर्मियों की छुट्टियां बिताने के लिए बेहतरीन जगह है। 


लखनऊ शहर अपनी खास नजाकत, तहजीब, बहुरंगी संस्कृति, दशहरी आम के बागों और चिकन कढ़ाई के काम के लिए जाना जाता है। लखनऊ उस क्षेत्र में स्थित है जिसे ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में 'अवध' के नाम से जाना जाता था। यहां के शिया नवाबों ने शिष्टाचार, खूबसूरत बाग-बगीचे, शायरी, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को हमेशा संरक्षण दिया। मुगलकाल में नवाबों द्वारा बनवाई गई इमारतों और मकबरों की नक्काशी देखते ही बनती है।

यहां दर्जनों दर्शनीय स्थल हैं जो पर्यटकों का मन मोह लेते हैं। प्रमुख दर्शनीय स्थलों में एक है बड़ा इमामबाड़ा, जिसका निर्माण आसफउद्दौला ने 1784 में करवाया था। यहां एक अनोखी भूल भुलैया है। इसके अलावा सआदत अली का मकबरा, जो अवध वास्तुकला का शानदार उदाहरण है। मकबरे की शानदार छत और गुंबद इसकी खासियत है।

बड़ा इमामबाड़ा के निकट 60 फीट ऊंचा रूमी दरवाजा है जिसे नवाब आसफउद्दौला ने 1783 बनवाया। अवध की वास्तुकला के प्रतीक इस दरवाजे को तुर्किश गेटवे कहा जाता है। इसके अलावा घंटाघर, छोटा इमामबाड़ा, बनारसी बाग, पिच्चर गैलरी, मोती महल, चिड़ियाघर और रेजीडेंसी यहां के आकर्षक पर्यटन स्थल हैं।

लखनऊ शहर के बीच से गोमती नदी बहती है, जो लखनऊ की संस्कृति का हिस्सा है। यह नदी शहर को दो हिस्सों बांटती है। पिछले कुछ वर्षो में यहां राज्य सरकार द्वारा हजारों करोड़ रुपये की लागत से कई पार्क और स्मारक बनवाए गए जो अपनी अद्भुद खूबसूरती के लिए पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। इनमें भीमराव अंबेडकर प्रेरणा स्थल, अंबेडकर पार्क, कांशीराम इको गार्डेन, भीमराव अंबेडकर गोमती पार्क प्रमुख हैं।

पुराने लखनऊ स्थित चौक इलाका चिकन के कारीगरों और बाजारों के लिए प्रसिद्ध है। यह इलाका चिकन कारीगरी वाली वस्तुओं की दुकानों व मिठाइयों की दुकानों की वजह से मशहूर है। यहां का अमीनाबाद दिल्ली के चांदनी चौक की तरह का बाजार है जो शहर के बीचोबीच स्थित है। यह थोक के सामान, महिलाओं की श्रृंगार सामग्री, वस्त्र, आभूषण का बड़ा एवं पुराना बाजार है। दिल्ली के कनाट प्लेस की तरह लखनऊ का दिल है हजरतगंज जहां देर रात तक खूब चहल-पहल रहती है।

लखनऊ देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों से रेल, हवाई और सड़क सेवा से जुड़ा है। लखनऊ आने के बाद पर्यटकों को रेलवे स्टेशन, हवाईअड्डे और बस स्टेशन से लगभग हर वक्त टैक्सियां उपलब्ध रहती हैं। टैक्सी और ऑटो रिक्शा के अलावा यहां सिटी बस सेवा भी है। शहर के हर कोने में सिटी बसें चलती हैं। 

महानगर बस सेवा की तरफ से पर्यटकों के लिए टूरिस्ट बसें चलाई जाती हैं जो लखनऊ के प्रमुख ऐतिहासिक और पर्यटक स्थलों की सैर कराती हैं। लखनऊ में ठहरने के लिए हर श्रेणी के होटल उपलब्ध हैं। यहां पर पांच सितारा होटल तीन हैं- होटल ताज, क्लार्क्‍स अवध और पिकैडली। इनके अलावा शानो-शौकत के साथ खरीदारी के लिए चार शॉपिंग मॉल भी हैं।

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