तुलसीदास ने हनुमान चालीसा में लिखा है कि "भूत पिशाच निकट नहीं आवें, महाबीर जब नाम सुनावें" हनुमान एक ऐसे देवता है जो थोड़ी-सी प्रार्थना और पूजा से ही शीघ्र प्रसन्न हो जाते है। हनुमानजी का नाम मात्र लेने से भूत-प्रेत आदि सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। आप भी ऐसी ही किसी बाधा से पीडि़त हैं तो नीचे लिखे हनुमान मंत्र से इस समस्या का हल संभव है।
यदि इस मंत्र का जप विधि-विधान से किया जाए तो कुछ ही समय में ऊपरी बाधा का निवारण हो सकता है। यह हनुमान मंत्र इस प्रकार है-
हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।।
जप विधि:-
पहली बात यह कि हनुमान जी की पूजा तन, मन, वचन में पूरी पवित्रता के साथ घर या देवालय में करें। दूसरी बात यह कि हनुमानजी की पूजा में लाल चंदन, अक्षत, फूल, नारियल, लाल वस्त्र और लाल लंगोट के साथ ही विशेष रूप से सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाने का महत्व है।
तीसरी और अंतिम बात यह कि श्रीहनुमान की ऐसी प्रतिमा जिस पर सिंदूर का चोला चढ़ा हो, पर पवित्र जल से स्नान कराएं। इसके बाद सभी पूजा सामग्री अर्पण कर थोड़ा सा चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर चढ़ाना चाहिए। हनुमान जी को गुड़-चना का भोग लगाएं|
इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश का आसन ग्रहण करें। तत्पश्चात लाल चंदन की माला से ऊपर लिखे मंत्र का जप करें। इस मंत्र का प्रभाव आपको कुछ ही समय में दिखने लगेगा।
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